आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं का सचिवालय कूच, सीएमओ कार्यालय में कार्यबहिष्कार समेत पढ़िए अन्य खबरें
विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज आंगनबाड़ी संगठन संयुक्त संघर्ष मोर्चा से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने सचिवालय कूच किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही बेरिकेड लगाकर रोक दिया। आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई।
जागरण संवाददाता, देहरादून। मानदेय बढ़ोतरी समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज आंगनबाड़ी संगठन संयुक्त संघर्ष मोर्चा से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने सचिवालय कूच किया। दूसरी ओर उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में दो घंटे का कार्यबहिष्कार किया। इसके अलावा लैब तकनीशियनों ने दो सप्ताह के लिए आंदोलन टाल दिया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं का सचिवालय कूच
मानदेय बढ़ोतरी समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज आंगनबाड़ी संगठन संयुक्त संघर्ष मोर्चा से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने सचिवालय कूच किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें पहले ही बेरिकेड लगाकर रोक दिया। आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई। इस दौरान देहरादून की एक कार्यकर्त्ता बेहोश हो गई। कार्यकर्त्ताओं ने आगामी कैबिनेट में मांग न उठाए जाने पर एक नवंबर से पूरी तरह से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी।
कार्मिकों ने सीएमओ कार्यालय में किया कार्यबहिष्कार
उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी-शिक्षक समन्वय समिति के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में दो घंटे का कार्यबहिष्कार किया। पुरानी एसीपी व्यवस्था, पुरानी पेंशन बहाली समेत कार्मिक विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। आगामी 26 अक्टूबर से कार्मिकों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। शुक्रवार को चंदरनगर स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के परिसर में कार्मिकों ने आम सभा का आयोजन किया।
सभा की अध्यक्षता मुख्य संयोजक प्रताप सिंह पंवार व संचालन जिला संयोजक चौधरी ओमवीर सिंह ने किया गया। इस दौरान उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उत्तराखंड के प्रदेश महामंत्री पंचम सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रदेश में सभी जनपदों में 18 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है। सरकार जब तक गोल्डन कार्ड की विसंगतियों को दूर नहीं करती, स्थायीकरण की पूर्ण व्यवस्था जारी नहीं करती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
लैब तकनीशियनों ने दो सप्ताह टाला आंदोलन
लैब तकनीशियनों ने प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए दो सप्ताह के लिए आंदोलन स्थगित कर दिया है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस दौरान भी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वह सीधा कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे। बता दें कि लैब तकनीशियन पिछले 12 दिन से आंदोलन पर हैं। 23 अक्टूबर को उन्होंने सामूहिक अवकाश व स्वास्थ्य महानिदेशालय के घेराव का एलान किया था। इसके बाद कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी उन्होंने दी थी।
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