उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य बोलीं, महिलाओं को आसान ऋण दें बैंक
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं को आसानी से ऋण देने और उन्हें वित्तीय साक्षर बनाने में बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने राजभवन में शीघ्र कौशल विकास एवं महिला सशक्तीकरण विषय पर जागरूकता सेमिनार आयोजित करने के निर्देश दिए।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं को आसानी से ऋण देने और उन्हें वित्तीय साक्षर बनाने में बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने राजभवन में शीघ्र कौशल विकास एवं महिला सशक्तीकरण विषय पर जागरूकता सेमिनार आयोजित करने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने गुरुवार को राजभवन में स्किल इंडिया एवं महिला सशक्तीकरण में पंजाब नेशनल बैंक की भूमिका विषय पर कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने बैंक अधिकारियों को पर्वतीय क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं को होमस्टे बनाने में मदद को आवासीय ऋण सरलता से उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। पर्यटकों की जानकारी के लिए राज्यभर के होमस्टे का ब्योरा देने को काल सेंटर की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में भौगोलिक परिस्थितियों एवं संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर रोजगार के अवसर जानने को सर्वे कराया जाना चाहिए।
कौशल विकास के माध्यम से महिला सशक्तीकरण के लिए कारपोरेट व निजी क्षेत्र से सहयोग एवं समन्वय किया जा सकता है। प्रत्येक जिले में हो महिला सशक्तीकरण पर सेमिनारराज्यपाल ने कहा कि राजभवन में होने वाले सेमिनार में राज्य के सभी सहायक परियोजना निदेशक, बैंक प्रतिनिधि, छोटे उद्यमों में सफलता प्राप्त करने वाली महिलाएं भाग लेंगी। स्वरोजगार की इच्छुक ग्रामीण महिलाओं की समस्याओं व चुनौती पर भी सेमिनार में चर्चा होगी। उन्होंने राज्य के प्रत्येक जिले में भी कौशल विकास एवं महिला सशक्तीकरण विषय पर जागरूकता सेमिनार कराने के निर्देश दिए।
जिलास्तरीय सेमिनार में राज्यपाल भाग लेंगी। 330 शाखाओं से दे रहे मददपंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों ने बताया कि बैंक 330 शाखाओं के माध्यम से नजदीकी गांवों में वित्तीय साक्षरता, कौशल विकास, महिला सशक्तीकरण व स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने का कार्य कर रहा है। बैठक में बैंक के महाप्रबंधक आरके सेवक, डीजीएम अशोक गुप्ता, यशपाल राजपूत, सुगंध अग्रवाल, श्रेयस अग्रवाल व डीएस भंडारी उपस्थित थे।