उत्तराखंड: राज्यपाल और सीएम ने दी बालिका दिवस की शुभकामनाएं, कहा- बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने पर फोकस

National Girls Child Day उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल मौर्य ने कहा कि यह दिन बालिकाओं के समग्र विकास एवं कल्याण के लिए समर्पित है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 03:04 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 03:04 PM (IST)
उत्तराखंड: राज्यपाल और सीएम ने दी बालिका दिवस की शुभकामनाएं, कहा- बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने पर फोकस
राज्यपाल और सीएम ने दी बालिका दिवस की शुभकामनाएं।

जागरण संवाददाता, देहरादून। National Girls Child Day उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल मौर्य ने कहा कि यह दिन बालिकाओं के समग्र विकास एवं कल्याण के लिए समर्पित है। हमें समाज में बालिकाओं के अधिकारों के प्रति व्यक्तियों को जागरूक बनाने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। वहीं, सीएम रावत ने ट्वीट किया, सभी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है। 

उत्तराखंड में बालिका दिवस पर कई कार्यक्रमों का आोजन किया गया। बालिकाओं को सम्मानित भी किया गया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी को शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने लिंगानुपात बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए हैं। देश में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर, देश के विकास में अपनी बराबर की भागीदारी निभा रही हैं। इस अवसर पर उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या के समूल उन्मूलन व बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने का संकल्प लेने की अपील की।

वहीं, सीएम रावत ने ट्वीव किया, ''राष्ट्रीय बालिका दिवस'' के अवसर पर सभी बेटियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। सभी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है।

बेटियों को आगे बढ़ाने पर दिया जोर

सोसायटी फॉर हेल्थ एजुकेशन एंड वूमेन इंपावरमेंट अवेयरनेस और संजय ऑर्थोपेडिक स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर की ओर से बालिका दिवस के उपलक्ष्य में वर्चुअल गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें  वक्ताओं ने बालिकाओं की शिक्षा, जागरूकता और आगे बढ़ाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में डॉ. सुजाता संजय ने कहा कि विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के बाद भी लिंगानुपात में समानता नहीं है। बालिकाओं को परिवार ही नहीं देश के भविष्य बनाने पर कार्य किया जाना चाहिए। बालिका भू्रण हत्या, बाल विवाह को खत्म करना चाहिए। इसके लिए सभी को जागरूक होना जरूरी है। इस मौके पर डॉ. प्रतीक ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर जोर दिया।

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