राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा में उत्तराखंड की छलांग, सकल नामांकन अनुपात में मिला पांचवां स्थान
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की आल इंडिया सर्वे आन हायर एजुकेशन (एआइएसएचई) रिपोर्ट 2019-20 इसकी तस्दीक करती है। इसमें राज्य को सकल नामांकन अनुपात में पांचवां स्थान हासिल हुआ है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की आल इंडिया सर्वे आन हायर एजुकेशन (एआइएसएचई) रिपोर्ट 2019-20 इसकी तस्दीक करती है। इसमें राज्य को सकल नामांकन अनुपात में पांचवां स्थान हासिल हुआ है, जबकि 18 से 23 आयु वर्ग में प्रति लाख जनसंख्या पर 38 कालेजों के साथ उत्तराखंड सातवें स्थान पर है। यही नहीं, लिंग समानता के मानक में राष्ट्रीय स्तर के 0.97 स्कोर के मुकाबले राज्य को 1.01 अंक हासिल हुए हैं।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने एआइएसएचई रिपोर्ट के विभिन्न मानकों में राज्य के उल्लेखनीय प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के सतत विकास की संकल्पना की दिशा में उत्तराखंड मजबूती से आगे बढ़ रहा है। यह रिपोर्ट इस बात को भी प्रमाणित करती है कि बीते वर्षों में राज्य ने सीमित संसाधनों के बावजूद उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड का सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) राष्ट्रीय स्तर के 27.1 फीसद की तुलना में 41.5 फीसद है। राष्ट्रीय स्तर पर एससी छात्रों का जीईआर 23.4 फीसद है, तो उत्तराखंड में 31.1। इसी तरह एसटी छात्रों का जीईआर देशभर में 18.2 फीसद के मुकाबले राज्य में 45.8 फीसद है। सभी समुदाय के पुरुष छात्रों का जीईआर राष्ट्रीय स्तर पर 26.9 फीसद है, जबकि उत्तराखंड का 40.7 फीसद। इसी तरह राज्य में महिला छात्रों की जीईआर राष्ट्रीय स्तर से कहीं ज्यादा है। राष्ट्रीय स्तर पर जहां महिला छात्राओं की जीईआर 27.3 फीसद है तो राज्य में 42.3 फीसद। रिपोर्ट के अनुसार राज्य में वर्तमान में सरकारी व निजी उच्च शिक्षण संस्थाओं को मिलाकर 454 महाविद्यालय और 36 राज्य व निजी विश्वविद्यालय हैं। वर्तमान में इन संस्थाओं में 2,56,098 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
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उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य लगातार प्रगति कर रहा है। इसका प्रमाण राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न एजेंसियों की ओर से किए गए सर्वे हैं। प्रत्येक सर्वे में उत्तराखंड को उच्च शिक्षा में उत्तम पाया गया। अब एआइएसएचई की हाल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड का जीईआर राष्ट्रीय स्तर से काफी अधिक है। यह उपलब्धि शिक्षकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों के लिए प्रेरक का काम करेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के जीईआर को और बेहतर करने पर फोकस किया गया है। इसके लिए वर्ष 2030 तक जीईआर 60 फीसद से ज्यादा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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