जागेश्वर धाम मामले पर पूर्व सीएम हरीश रावत का मौन उपवास, भाजपा से माफी मांगने की मांग
अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम में उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप की बदसलूकी के मामले को कांग्रेस ने तूल दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने इस घटना के विरोध में सोमवार को मौन उपवास रखा।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर धाम में उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप की बदसलूकी के मामले को कांग्रेस ने तूल दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने इस घटना के विरोध में सोमवार को मौन उपवास रखा। पूर्व मुख्यमंत्री राजपुर स्थित आवास पर 'भगवान जागनाथ का अपमान नहीं सहेगा इंसान, भाजपा अपने सांसद के व्यवहार के लिए माफी मांगे' नारे लिखे पोस्टर लेकर उपवास पर बैठे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भगवान जागनाथ का धाम साक्षात ज्योतिर्लिंग है। वहां के प्रधान पुजारी के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर भाजपा के सांसद ने अहंकार उड़ेला है। सांसद के व्यवहार से वह आहत हैं।
इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जागेश्वर में होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव परंपरा को बंद कर छोटी सोच जाहिर कर चुकी है। अब सांसद का अमर्यादित व्यवहार निंदनीय है। इस मौके पर कांग्रेस नेता प्रभुलाल बहुगुणा, गोदावरी थापली, राजेंद्र सिंह राणा, कमल सिंह रावत, संग्राम सिंह पुंडीर, श्याम सिंह चौहान समेत कई कार्यकत्र्ता मौजूद थे। इनसेट: हरदा बोले, अनिल बलूनी से सीखी मुलायमीयत कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी के बयान पर पलटवार किया।
बलूनी ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में रावत को हरद्वारी लाल कहकर संबोधित किया था। जवाब में रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में कहा, थैंक्यू बलूनी जी। अल्मोड़ा के व्यक्तियों का दिल बहुत बड़ा है। उनको यह जानकर खुशी होगी कि उनका हरीश रावत हरिद्वार का दिल जीत सका। विपक्ष को भी उसको हरद्वारी लाल कहकर संबोधित करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार उत्तराखंड की धरती का गौरवपूर्ण हिस्सा है।
उत्तराखंडीयत के जिस झंडे को लेकर वह चलते हैं, हरिद्वार उसका अभिन्न हिस्सा है। इस झंडे का चमकीला अंश अल्मोड़ीयत है। उनके बड़े भाई हरीश रावत का दिल बड़ा है। उन्होंने अपने छोटे भाइयों से भी सीखा। आपसे मुलायमीयत सीखी। कभी अपने बड़े भाई से भी सीख लो कि कैसे दिल बड़ा किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि हरद्वारी लाल कहकर बहुत सारी बातें कही गईं हैं। उनके साथ विकास-विकास, रोजगार-रोजगार कब खेलना चाहेंगे, उसकी तिथि-वार भी बता दें।
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