उत्तराखंड: आपदा में शिक्षा विभाग को हुआ साढ़े 19 करोड़ का नुकसान, भेजी गई रिपोर्ट
उत्तराखंड में आई आपदा का प्रकोप प्रदेश के स्कूल और शिक्षा विभाग के कार्यालयों ने भी झेला। आपदा में शिक्षा विभाग को साढ़े 19 करोड़ का नुकसान हुआ है। सर्वाधिक आठ करोड़ 44 लाख का नुकसान अल्मोड़ा जिले को हुआ।
जागरण संवाददाता, देहरादून। बीते हफ्ते भारी बारिश के चलते आई आपदा का प्रकोप प्रदेश के स्कूल और शिक्षा विभाग के कार्यालयों ने भी झेला। आपदा में शिक्षा विभाग को साढ़े 19 करोड़ का नुकसान हुआ है। सर्वाधिक आठ करोड़ 44 लाख का नुकसान अल्मोड़ा जिले को हुआ। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इसकी रिपोर्ट आपदा प्रबंधन सचिव को भेज दी है।
प्रदेश में 18 और 19 अक्टूबर को हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया। बारिश, भूस्खलन, बर्फबारी में करीब 60 व्यक्तियों ने जान भी गंवाई। प्रदेश में सड़क, रेल लाइन, घर और सरकारी एवं निजी संस्थानों को इस आपदा से भारी नुकसान हुआ। प्रकृति के इस कहर से स्कूल भू अछूते नहीं रहे।
प्रदेशभर के आठ जिलों के 417 स्कूल समेत विभाग के कार्यालय और अन्य संपत्तियों को इससे भारी क्षति पहुंची है। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि सभी जिलों से आपदा से प्रभावित स्कूल एवं संपत्तियों की रिपोर्ट मांगी गई थी। प्रदेश के आठ जिलों में विभाग को करीब 19 करोड़ 49 लाख 93 हजार रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। इसमें कई स्कूल के भवन तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
किस जिले में कितना नुकसान
जिला, धनराशि
अल्मोड़ा, 84425000
बागेश्वर, 3143000
चमोली, 11385000
चंपावत, 18555000
नैनीताल, 28461000
पौड़ी, 13515000
पिथौरागढ़, 24950000
यूएस नगर, 10559000
निजी स्कूलों की मनमानी के विरोध में प्रदर्शन
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ राष्ट्रीय आदर्श पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्टी कार्यकर्त्ताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएस कटारिया के नेतृत्व में जिलाधिकारी दफ्तर पहुंचे पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार एवं हाई कोर्ट की सख्ती के बाद भी निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं।
निजी स्कूल संचालक कोरोनाकाल में प्रभावित हुए अभिभावकों पर भी पूरी फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। ट्यूशन के साथ अन्य प्रकार की फीस भी वसूली जा रही है। फीस जमा नहीं करने पर बच्चों को आनलाइन क्लास से बाहर किया जा रहा है और स्कूल से काटने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने दून के ऐसे सभी स्कूलों की जांच कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस अवसर पर शोभा, लक्ष्मण, गोपाल, संगीता, सरोज, गोविंद, ओम आदि मौजूद रहे।
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