50 साल में आए 426 भूकंप, पांच फीसद ऊर्जा ही निकली बाहर; बड़े भूकंप आने की भी आशंका

Uttarakhand Earthquake ALERT! उत्तराखंड समेत समूचे हिमालयी क्षेत्र में भूगर्भ में भूकंपीय ऊर्जा एकत्रित हो रही। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 1968 से 2018 के बीच 426 भूकंप रिकार्ड किए गए मगर इनके माध्यम से महज पांच फीसद भूकंपीय ऊर्जा ही बाहर निकल सकी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:20 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 10:19 AM (IST)
50 साल में आए 426 भूकंप, पांच फीसद ऊर्जा ही निकली बाहर; बड़े भूकंप आने की भी आशंका
50 साल में आए 426 भूकंप, पांच फीसद ऊर्जा ही निकली बाहर।

सुमन सेमवाल, देहरादून। Uttarakhand Earthquake ALERT! उत्तराखंड समेत समूचे हिमालयी क्षेत्र में भूगर्भ में भूकंपीय ऊर्जा एकत्रित हो रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 1968 से 2018 के बीच 426 भूकंप रिकार्ड किए गए, मगर इनके माध्यम से महज पांच फीसद भूकंपीय ऊर्जा ही बाहर निकल सकी। इसका सीधा मतलब यह है कि हिमालयी क्षेत्र में आठ रिक्टर स्केल या इससे बड़े भूकंप के आने की आशंका बनी हुई है।

वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डा. सुशील कुमार के मुताबिक हिमालय (उत्तर-पश्चिम) में बीते 100 साल में वर्ष 1905 के कांगड़ा में आए 7.8 रिक्टर स्केल के भूकंप के बाद कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है। इससे अंदेशा लगाया जा रहा था कि भूगर्भ में निरंतर ऊर्जा संचित हो रही है। हालांकि, इसका सटीक आकलन नहीं था। लिहाजा, वाडिया संस्थान ने वर्ष 1968 से वर्ष 2018 तक आए भूकंपों के साथ भूगर्भ में इंडियन प्लेट के 14 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की रफ्तार से मूवमेंट करने से जमा हो रही ऊर्जा (भूकंपीय ऊर्जा) का अध्ययन किया गया। 1.8 से 5.6 रिक्टर स्केल के 423 छोटे भूकंपों के साथ किन्नौर के वर्ष 1991 के 6.8 रिक्टर स्केल, उत्तरकाशी के वर्ष 1991 के 6.4 रिक्टर स्केल व चमोली के वर्ष 1999 के 6.6 रिक्टर स्केल के भूकंप का अध्ययन किया गया। इससे पता चला कि कुल 426 भूकंपों के रूप में इंडियन प्लेट के मूवमेंट करने से जमा हो रही तीन से पांच फीसद ऊर्जा ही बाहर निकली है। 95 फीसद तक ऊर्जा का बाहर न निकलना बताता है कि बड़े भूकंप की आशंका बन रही है। हालांकि, भूकंप कब आएगा, हिमालय में कहां आएगा और उसकी तीव्रता कितनी होगी, इस पर स्पष्ट कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

उत्तराखंड में आए बड़े व मध्यम भूकंप

क्षेत्र, वर्ष, तीव्रता

कुमाऊं-गढ़वाल, 1803, 07

गंगोत्री, 1816, 6.5

पोखरा-कैनूर, 1902, 06

गंगोत्री, 1906, 6.1

चंगबंग पीक के पास, 1926, 6.5

भारत-चीन सीमा, 1945, 6.5

रामेश्वर-देवीधुरा, 1958, 6.1

अठपाली-ढुंग, 1966, 6.2

पिलंग-भटवाड़ी, 1991, 6.4

धारचूला, 1997, 5.6

चमोली, 1999, 6.6

चमोली, 1999, 4.9

बंगीना, 2003, 05

पोखरी-गोपेश्वर, 2005, 05

थल क्षेत्र, 2006, 4.4

सरका रिज, 2007, 05

चमोली, 2015, 5.1

पिथौरागढ़, 2015, 4.8

नेपाल सीमा पिथौरागढ़, 2016, 5.2

चमोली-रुद्रप्रयाग, 2017, 5.8

चमोली-रुद्रप्रयाग, 2017, 4.7

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