Uttarakhand Covid Curfew: हफ्तेभर आगे बढ़ सकता है कोविड कर्फ्यू, इस बार मिल सकती है ये रियायत

Uttarakhand Covid Curfew कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि एक हफ्ते आगे बढ़ाई जा सकती है। हालांकि इस बार बाजार खोलने के लिए चार दिन निर्धारित किए जा सकते हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:12 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 01:29 PM (IST)
Uttarakhand Covid Curfew: हफ्तेभर आगे बढ़ सकता है कोविड कर्फ्यू, इस बार मिल सकती है ये रियायत
हफ्तेभर आगे बढ़ सकता है कोविड कर्फ्यू।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Covid Curfew कोरोना संक्रमण की रोकथाम को प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि एक हफ्ते आगे बढ़ाई जा सकती है। हालांकि, इस बार बाजार खोलने के लिए चार दिन निर्धारित किए जा सकते हैं। सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने शनिवार को स्थिति की समीक्षा के लिए मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा कि इसमें कर्फ्यू की अवधि और छूट के संबंध में भी फैसला लिया जा सकता है।

वर्तमान में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि 22 जून को सुबह छह बजे समाप्त हो रही है। इस सप्ताह तीन दिन बाजार खोलने के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को दैनिक रूप में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है। हालांकि, अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है, लेकिन सरकार फिलवक्त कोई जोखिम लेने के मूड में नहीं है। ऐसे में कर्फ्यू की अवधि को सप्ताहभर आगे बढ़ाया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार इस बार कोविड कर्फ्यू में बाजार को चार दिन खोला जा सकता है, लेकिन शापिंग माल, सिनेमाघर, होटल-रेस्टोरेंट आदि को खोलने की अनुमति देने से सरकार परहेज कर सकती है। उधर, सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है, लेकिन यह और नीचे आए ये जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड से जनता की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। सभी पहलुओं पर विचार के बाद ही कर्फ्यू के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री को सौंपा 1.51 लाख की धनराशि का चेक

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से शुक्रवार को सचिवालय में पंजाब नेशनल बैंक रिटायरीज फेडरेशन के अध्यक्ष एसके सिंह एवं महासचिव जीएस नेगी ने भेंट कर उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 1.51 लाख रुपये का चेक सौंपा। उन्होंने यह राशि अपने संगठन के सदस्यों की पेंशन से एकत्र कर कोरोना महामारी के पीडितों के लिए दी है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए संगठन के प्रयासों को सराहा।

यह भी पढ़ें- उपभोक्ताओं को पानी के बिलों में राहत देगी उत्तराखंड सरकार, 2014 से चली आ रही व्यवस्था पर होगा पुनर्विचार

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी