Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तरकाशी में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित, आठ जिलों में कोई मामला नहीं
Uttarakhand Coronavirus Update उत्तरकाशी जैसे दूरस्थ जिले में कोरोना के एक साथ आठ मामले सामने आ गए। यह संख्या उत्तरकाशी में सात दिनों में पाए गए नए संक्रमितों के बराबर है। वहीं उत्तराखंड में 24 मामले सामने आए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Coronavirus Update बीते 24 घंटे में उत्तराखंड में आठ जिलों में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया। हालांकि, इन सबके बीच उत्तरकाशी जैसे दूरस्थ जिले में कोरोना के एक साथ आठ मामले सामने आ गए। यह संख्या उत्तरकाशी में सात दिनों में पाए गए नए संक्रमितों के बराबर है।
हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 18 हजार 822 सैंपल की जांच की गई। इनकी संक्रमण दर महज 0.13 फीसद और कुल संख्या 24 रही। अल्मोड़ा, चमोली, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी व ऊधमसिंह नगर में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया। चौंकाने वाली बात यह रही कि उत्तरकाशी में बीते 24 घंटे में कोरोना के आठ नए संक्रमित मिले।
यह स्थिति इसलिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि तीन सितंबर से अब तक चार दिन एक भी नया मामला नहीं आया और बाकी दिन एक से तीन तक नए मामले सामने आए। वहीं, चंपावत में छह, देहरादून में पांच, पिथौरागढ़ में चार व बागेश्वर में कोरोना से एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया। प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 320 है और रिकवरी रेट 95.99 फीसद रिकार्ड किया गया।
जोशीमठ को मिली खुशियों की सवारी
लंबे अंतराल के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ को खुशियों की सवारी मिल गई है। सरकार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए खुशियों की सवारी एंबुलेंस उपलब्ध करा दी गई है। बता दें कि पिछले लंबे समय से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ को खुशियों की सवारी एंबुलेंस देने की मांग स्थानीय निवासियों द्वारा की जा रही थी।
यह भी पढ़ें- Breast Cancer: एम्स में तीन साल में बढ़े 30 फीसद मामले, कम उम्र की महिलाएं भी चपेट में; जानें लक्षण
इस एंबुलेंस के चिकित्सालय में ना होने के कारण गर्भवती महिला को अस्पताल तक लाने और प्रसव उपरांत उन्हें घर तक छोड़ने में काफी कठिनाइयां आ रही थी। अब खुशियों की सवारी एंबुलेंस मिलने से इन समस्याओं का निराकरण होगा। प्रभारी डा. ज्योत्सना ने कहा कि विभागीय स्तर से चिकित्सालय जोशीमठ को नई खुशियों की सवारी मिल गई है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के सभी अस्पतालों में लगेंगी सिटी स्कैन मशीनें, अभी सिर्फ पांच में ही हैं मौजूद