होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की किट से ऑक्सीमीटर गायब, अस्पताल से डॉक्टर
Uttarakhand Coronavirus News ग्रामीण इलाकों को लेकर जैसी आशंका जताई जा रही थी कुछ वैसी ही तस्वीर सामने आने लगी है। ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार उपलब्ध कराने में सिस्टम का दम फूलने लगा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Coronavirus News ग्रामीण इलाकों को लेकर जैसी आशंका जताई जा रही थी, कुछ वैसी ही तस्वीर सामने आने लगी है। ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार उपलब्ध कराने में सिस्टम का दम फूलने लगा है। हाल यह है कि अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिल रहे तो होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की उपचार किट से आक्सीमीटर व थर्मामीटर ही गायब है। यह बदहाली सामने आई कैबिनेट मंत्री और दून के कोविड प्रभारी गणेश जोशी की जिला पंचायत अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में।
रविवार को कैबिनेट मंत्री ने कोरोना के मद्देनजर देहरादून जिले की पंचायतों का हाल जाना। साथ ही जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली। इसी दौरान जिले के दूरस्थ क्षेत्रों के प्रधानों और जिला पंचायत सदस्यों ने अपनी समस्याएं रखीं। कैबिनेट मंत्री ने पंचायत अधिकारियों को इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने का निर्देश दिया। साथ ही डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सरकार से बातचीत करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पंचायतों के सैनिटाइजेशन के लिए बजट सीधे पंचायत प्रतिनिधियों को दिया जाएगा।
इस बाबत उन्होंने जिला पंचायत के प्रभारी अधिकारी गणेश भट्ट को निर्देश देकर सोमवार से ही इसपर काम करने को कहा। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की जांच व उपचार किट की उपलब्धता, उपचार की सुविधाओं और टीकाकरण की नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए कहा। बैठक में देहरादून जिला पंचायत की अध्यक्ष मधु चैहान की माता जी के निधन पर शोक जताते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
ये समस्याएं उठाई गईं
-जिला पंचायत उपाध्यक्ष और चंद्रोटी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य दीपक पुंडीर ने कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में कोरोना जांच, सैनिटाइजेशन, उपचार किट आदि के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है।
-आस्थल से जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र में सहस्रधारा में एक आयुर्वेदिक अस्पताल है। जहां दूरदराज से लोग आते हैं, लेकिन वहां नियुक्त एकमात्र चिकित्सक की ड्यूटी कोरोना कंट्रोल रूम में लगा दी गई है। इससे स्थानीय निवासियों को समस्या हो रही है। उन्होंने यहां डॉक्टर की तैनाती के साथ आशा व फेसिलिटेटर को 10-10 अतिरिक्त कोरोना उपचार किट उपलब्ध करवाने की मांग की।
-उत्पाल्टा (कालसी) से जिला पंचायत सदस्य बबिता चैहान ने बताया कि उनके क्षेत्र में होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों को उपलब्ध करवाई जा रही उपचार किट में आक्सीमीटर व थर्मामीटर नहीं है। इसके साथ ही क्षेत्र के सीएचसी और पीएचसी में चिकित्सक नहीं हैं।
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