Uttarakhand Chunav: कांग्रेस तीसरे चरण पर्वतीय क्षेत्रों में निकालेगी परिवर्तन यात्रा, ये मुद्दे होंगे हथियार

Uttarakhand Chunav पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के प्रति भाजपा सरकार की बेरुखी और बेरोजगारी कांग्रेस के मुख्य हथियार होंगे। परिवर्तन यात्रा का तीसरा चरण इसी माह के आखिरी हफ्ते में गढ़वाल या कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में चलेगा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 07:15 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 07:15 AM (IST)
Uttarakhand Chunav: कांग्रेस तीसरे चरण पर्वतीय क्षेत्रों में निकालेगी परिवर्तन यात्रा, ये मुद्दे होंगे हथियार
कांग्रेस तीसरे चरण पर्वतीय क्षेत्रों में निकालेगी परिवर्तन यात्रा, ये मुद्दे होंगे हथियार।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Chunav उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में विकास के प्रति भाजपा सरकार की बेरुखी और बेरोजगारी कांग्रेस के मुख्य हथियार होंगे। परिवर्तन यात्रा (Parivartan Yatra) का तीसरा चरण इसी माह के आखिरी हफ्ते में गढ़वाल या कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में चलेगा।

मैदानी क्षेत्रों में चुनावी बिगुल फूंक रही कांग्रेस बरसात खत्म होते ही पर्वतीय क्षेत्रों का रुख करेगी। बारिश की वजह से अभी तक पर्वतीय क्षेत्रों में कांग्रेस ने परिवर्तन यात्रा प्रारंभ नहीं की है। परिवर्तन यात्रा का पहला चरण ऊधमसिंह नगर जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों और नैनीताल जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों तक सीमित रखा गया। पहला चरण इसी इसी माह के पहले हफ्ते में प्रारंभ किया गया था। परिवर्तन यात्रा का दूसरा चरण 18 सितंबर से हरिद्वार में शुरू हो रहा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस माह के आखिरी हफ्ते में गढ़वाल या कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र से परिवर्तन यात्रा का तीसरा चरण प्रारंभ होगा। हरिद्वार में दूसरे चरण की यात्रा की समाप्ति के बाद तीसरे चरण की यात्रा के बारे में घोषणा की जाएगी। पर्वतीय क्षेत्रों में परिवर्तन यात्रा को ज्यादा धारदार बनाने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, कोरोना महामारी की वजह से विकास कार्यों के बाधित होने का सबसे ज्यादा असर पर्वतीय क्षेत्रों में हुआ है।

विकास में पर्वतीय क्षेत्रों की उपेक्षा और बेरोजगारी को कांग्रेस मुद्दा बनाने जा रही है। अवस्थापना विकास कार्यों की सुस्त रफ्तार के साथ ही कोरोना के चलते तमाम कारोबार, छोटे उद्योग धंधों पर बुरा असर पड़ा है। बेरोजगारी बड़ी समस्या बन चुकी है। कोरोना संकट काल में पर्वतीय क्षेत्रों में वापस लौटे प्रवासियों के सामने रोजगार का संकट है। गोदियाल ने कहा कि सरकार पर्वतीय क्षेत्रों की परेशानी दूर करने को लेकर उदासीन रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में परिवर्तन यात्रा में इन मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा।

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