Uttarakhand Budget Session 2021: लाठीचार्ज का मसला सदन में गूंजा, कांग्रेस का हंगामा; वाकआउट

Uttarakhand Budget Session 2021 बीते रोज नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज का मसला विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में गूंजा। विपक्ष कांग्रेस ने घटना के लिए सरकार की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया और इस्तीफा देने की मांग की।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 11:45 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 10:20 PM (IST)
Uttarakhand Budget Session 2021: लाठीचार्ज का मसला सदन में गूंजा, कांग्रेस का हंगामा; वाकआउट
बजट सत्र का दूसरा दिन, विपक्ष के सवालों के दिए जा रहे जवाब।

राज्य ब्यूरो, गैरसैंण। Uttarakhand Budget Session 2021 बीते रोज नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज का मसला मंगलवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में गूंजा। विपक्ष कांग्रेस ने घटना के लिए सरकार की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया और इस्तीफा देने की मांग की। साथ ही सरकार पर गलत बयानबाजी का आरोप लगाते हुए सदन में हंगामा किया और फिर सदन से वाकआउट कर विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर धरना दिया। विपक्ष ने इस मुद्दे को सड़क से सदन तक उठाने का एलान किया। उधर, सरकार ने साफ किया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

भोजनावकाश के बाद विधायक एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने नियम-58 के तहत मामला उठाते हुए कहा कि 19 किमी लंबे नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण पिछले साल से आंदोलित हैं। उन्होंने कहा कि बीते रोज दिवालीखाल में अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर लाठीचार्ज की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह ग्रामीणों से बात करती, मगर किसी मंत्री तक ने मौके पर जाने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज की घटना के लिए सरकार को तत्काल माफी मांगनी चाहिए।

सरकार का पक्ष रखते हुए संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा कि बीते रोज करीब 1247 व्यक्ति जंगलचट्टी में प्रदर्शन कर रहे थे। तभी अचानक प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया मगर तीन बजे के करीब प्रदर्शनकारी दिवालीखाल पहुंच गए। वहां दूसरे आंदोलनकारी भी मौजूद थे, जो इनके साथ शामिल हो गए। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गई तथा पत्थर व बोतलें फेंकी गईं। संसदीय कार्य मंत्री के इतना कहने पर कांग्रेस के विधायक वेल में आ गए और संसदीय कार्यमंत्री पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष समेत कांग्रेस विधायकों का कहना कि घटनास्थल पर कांच की कोई बोतल थी ही नहीं। फिर उन्होंने वेल में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।

संसदीय कार्यमंत्री कौशिक ने कहा कि मार्ग बनाने का नियम होता है। इसमें मार्ग से गुजरने वाले वाहनों की संख्या के आधार पर मार्ग के सिंगल लेन, डेढ़ लेन व डबल लेन का निर्धारण होता है। इसी क्रम में पूर्व में इस मार्ग को सिंगल लेन की अनुमति दी गई थी। अब इस कड़ी में आगे की प्रक्रिया चल रही है। बीते रोज की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसकी मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। यह भी हो सकता है कि आंदोलनकारियों के बीच कुछ शरारती तत्व भी शामिल हो गए हों। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेटी रिपोर्ट में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मजिस्ट्रेटी जांच पूरी पारदर्शिता व निष्पक्ष ढंग से होगी।

उधर, सदन से वाकआउट के बाद कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर धरना दिया। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष डा. हृदयेश ने कहा कि एक तरफ सरकार बेटियों को सम्मान देने की बात कहती है, वहीं दूसरी तरफ महिलाओं पर लाठीचार्ज करती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेशभर में सरकार के पुतले फूंकने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के संघर्ष में कांग्रेस उनके साथ है।

यह भी पढ़ें-Uttarakhand Budget Session 2021: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा-उत्‍तराखंड को विकसित राज्‍यों की श्रेणी में लाना लक्ष्‍य

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी