यशपाल और संजीव आर्य का विधानसभा अध्यक्ष ने इस्तीफा किया स्वीकार, हाल ही में कांग्रेस में हुए थे शामिल
पूर्व मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे विधायक संजीव आर्य का विधानसभा की सदयता से इस्तीफा मंजूर कर लिया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने यह जानकारी दी। आपको बता दें कि हाल ही में दोनों भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। पूर्व मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य का विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की। इसके साथ ही 70 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अब विधायकों की संख्या 65 रह गई है। इस बीच हाल में भाजपा में शामिल हुए निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार की सदस्यता रद करने की मांग को लेकर कांग्रेस की ओर से विधानसभा को याचिका सौंपी गई है।
धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य और उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य ने कांग्रेस में घर वापसी कर ली थी। यशपाल बाजपुर और संजीव नैनीताल सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। दोनों ने ही 11 अक्टूबर को अपने इस्तीफे मेल से विधानसभा को भेज दिए थे। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष ने परीक्षण के निर्देश दिए थे। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दोनों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए। इससे पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पुरोला विधायक राजकुमार ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
विधानसभा की गंगोत्री सीट विधायक गोपाल सिंह रावत और हल्द्वानी सीट डा इंदिरा हृदयेश के निधन के कारण रिक्त चल रही हैं। अब तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या 65 रह गई है। यही नहीं, हाल में भाजपा में शामिल हुए दो निर्दलीय विधायकों प्रीतम सिंह पंवार (धनोल्टी) व राम सिंह कैड़ा (भीमताल) की विधायकी पर भी अब संकट गहराया हुआ है।
विधायक प्रीतम सिंह पंवार की सदस्यता रद करने की मांग को लेकर कांग्रेस की ओर से प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरा दत्त जोशी ने विधानसभा में याचिका प्रस्तुत की है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने याचिका मिलने की पुष्टि की और कहा कि अब इसे लेकर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक राम सिंह कैड़ा के मामले में फिलहाल कोई याचिका नहीं मिली है।