Uttarakhand Assembly Session: देहरादून में विधानसभा सत्र को लेकर राजनीति तेज, हमलावर हुई कांग्रेस
Uttarakhand Assembly Session 2021 विधानसभा का शीतकालीन सत्र देहरादून में आयोजित करने की घोषणा के बाद इस मामले में राजनीति तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उनकी इस मसले पर सरकार से कोई बात नहीं हुई।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र देहरादून में आयोजित करने की घोषणा के बाद इस मामले में राजनीति तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उनकी इस मसले पर सरकार से कोई बात नहीं हुई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से उनकी अनौपचारिक बातचीत जरूर हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है तो वहां ग्रीष्मकालीन सत्र क्यों आयोजित नहीं किया गया। अब शीतकालीन सत्र करा रहे हैं तो राजधानी वहां से संचालित क्यों नहीं हो रही है।
प्रदेश सरकार ने पहले 29 व 30 नवंबर को गैरसैंण में सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया था। इसके बाद अब सरकार ने नौ व 10 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा सत्र कराने का निर्णय लिया है। कांग्रेस गैरसैंण के स्थान पर देहरादून में सत्र आयोजित करने के निर्णय को लेकर सरकार पर हमलावर है। गौरतलब है कि हाल ही में सत्र के आयोजन के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा था कि उनकी नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत से चर्चा हुई है।
देहरादून में सत्र आयोजित करने पर वे सहमत हैं। अब नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने इस बात को नकारा है। उनका कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष से उनकी अनौपचारिक बातचीत हुई थी। इसमें भी उन्होंने देहरादून में विधानसभा सत्र कराने में सहमति नहीं दी। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने फिर दोहराया कि संसदीय कार्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष से चर्चा के बाद ही देहरादून में सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कोई और इस संबंध में क्या कहता है, इससे उन्हें मतलब नहीं।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र गैरसैंण के स्थान पर देहरादून में कराने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार ने जब गैरसैंण में सत्र आयोजित करने की बात कही थी, उस समय किसी से नहीं पूछा गया। अब विधानसभा अध्यक्ष के पूछने पर उन्होंने गैरसैंण में सत्र आयोजित करने की पैरवी की। बावजूद इसके सरकार देहरादून में सत्र आयोजित कर रही है। कांग्रेस के गैरसैंण सत्र के दौरान रैली के कार्यक्रम और जनता के मुद्दों से डर कर सरकार ने यह कदम उठाया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र की तिथि तय करने के बाद सरकार इससे पलट रही है। ऐसा लगता है कि सरकार गैरसैंण की ठंड से घबरा गई है। सत्र की घोषणा करने के बाद गैरसैंण में सत्र न कराना हिमालयी राज्य का अपपान है।
प्रदर्शन पर जल्द फैसला लेगी कांग्रेस
गैरसैंण में विधानसभा सत्र होने की सूरत में कांग्रेस ने वहां रैली निकाल कर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। अब कांग्रेस देहरादून में प्रदर्शन कर सकती है। हरीश रावत ने कहा कि जल्द इस पर बैठक कर फैसला लिया जाएगा।
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