Uttarakhand Election: अखिलेश का उत्तराखंड में चुनावी दौरा इसी महीने, बदले तेवर के साथ मैदन में उतर रही सपा
Uttarakhand Assembly Elections 2022 अखिलेश यादव सपा कार्यकर्त्ताओं में जोश भरने को इसी माह उत्तराखंड का दौरा कर सकते हैं। सपा ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। इस दौरे के साथ ही सपा आगामी विधानसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत भी कर देगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सपा कार्यकर्त्ताओं में जोश भरने को इसी माह उत्तराखंड का दौरा कर सकते हैं। सपा ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि इस दौरे के साथ ही सपा आगामी विधानसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत भी कर देगी।
राज्य गठन के बाद से ही समाजवादी पार्टी उत्तराखंड में अपना राजनीतिक धरातल तलाश रही है। यह बात अलग है कि राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान मुजफ्फरनगर में आंदोलनकारियों पर हुए गोलीकांड का दोषी सपा को ही माना जाता रहा है। कारण यह कि इस दौरान उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी। इससे सपा कभी बाहर नहीं निकल पाई। यह बात दीगर है कि राज्य गठन के बाद 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा ने हरिद्वार सीट पर जीत दर्ज की थी।
उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद से अब तक यह सपा के खाते में एकमात्र चुनावी उपलब्धि है। अब सपा बदले हुए तेवर के साथ चुनाव में उतर रही है। यहां तक कि वह राज्य आंदोलन के दौरान हुए मुजफ्फरनगर गोलीकांड की साजिश का आरोप कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार व भाजपा नेताओं पर लगा रही है। इस बार सपा ने पलायन, रोजगार को चुनावी मुद्दा बनाया है। साथ ही उत्तराखंड के लिए सपा ने प्रशासन, पर्यटन, पुरोहित समाज, शिक्षा व रोजगार के लिए पांच प्रतिज्ञाएं भी जारी की हैं।
चुनाव निकट देख सपा अब उत्तराखंड में भी चुनावी गतिविधियां बढ़ा रही है। इस कड़ी में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का उत्तराखंड दौरा प्रस्तावित है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएन सचान ने बताया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इसी माह उत्तराखंड आएंगे, जल्द ही इसकी तिथि तय हो जाएगी।
सपा अध्यक्ष से किशोर ने की मुलाकात
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गंगा-यमुना, हिमालय को बचाने तथा वनवासियों को वनों पर उनके पुश्तैनी अधिकारी दिलाने एवं पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। किशोर उपाध्याय ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से संसद के मौजूदा सत्र में इन मुद्दों को उठाने का आग्रह भी किया। हालांकि, इस मुलाकात के कई राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं।
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