केंद्र को भेजे 303 करोड़ रुपये के कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र

अटल मिशन आफ रिजुविनेशन एंड अर्बन ट्रांसफार्मेशन (अमृत) योजना के अंतर्गत प्रदेश के सात शहरों में हुए कार्यों की प्रथम किस्त के रूप में मिले 303.37 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र केंद्र को भेजे जा चुके हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 12:47 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 12:47 PM (IST)
केंद्र को भेजे 303 करोड़ रुपये के कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में अमृत योजना के लिए गठित राज्य स्तरीय हाईपावर स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। अटल मिशन आफ रिजुविनेशन एंड अर्बन ट्रांसफार्मेशन (अमृत) योजना के अंतर्गत प्रदेश के सात शहरों में हुए कार्यों की प्रथम किस्त के रूप में मिले 303.37 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र केंद्र को भेजे जा चुके हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने अमृत योजना के अंतर्गत दूसरे चरण में होने वाले कार्यों का अनुमोदन किया और अधिकारियों को इन प्रस्तावों को शीघ्र केंद्र को भेजने के निर्देश दिए।

शुक्रवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में अमृत योजना के लिए गठित राज्य स्तरीय हाईपावर स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में योजना के अंतर्गत प्रदेश के सात शहरों में पेयजल, सीवरेज, ड्रेनेज सिस्टम, पार्क आदि कार्यों की भौतिक व वित्तीय प्रगति से समिति को अवगत कराया गया। बताया गया कि देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी और नैनीताल में पहले चरण के कार्यों को पूर्ण कर इनके उपयोगिता प्रमाणपत्र केंद्र को भेजे जा चुके हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि नए अनुमोदित कार्यों के प्रस्ताव भी जल्द केंद्र को भेजे जाएं ताकि इन विकास कार्यों की दूसरी किस्त भी शीघ्र प्राप्त हो सके। बैठक में सचिव शहरी विकास शैलेश बगोली, प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन व अधीक्षण अभियंता शहरी विकास विभाग रवि पांडेय उपस्थित थे।

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नेहरूग्राम में बनेगा 15 बेड का आयुर्वेदिक अस्पताल

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने यहां 15 बेड का आयुर्वेदिक अस्पताल एवं वेलनेस सेंटर खोले जाने की घोषणा की। साथ ही कोरोनाकाल में आयुष चिकित्सकों के काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सकों की बेहतरी के लिए भी हर तरह के प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान आयुष चिकित्सकों ने अन्य राज्यों की तरह एलोपैथिक दवाएं लिखने का अधिकार देने की मांग की। वहीं एसीपी आदि की मांग पर भी तत्काल कार्रवाई मांग की। 

गुरुवार को आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत व स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने लोअर नेहरूग्राम में जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी कार्यालय का उद्घाटन किया। निदेशक, आयुर्वेद एवं यूनानी सेवाएं डॉ. वाईएस रावत ने बताया कि साल 2022 तक प्रदेश में 200 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनने हैं। 31 मार्च तक करीब 80 सेंटरों का निर्माण पूरा होना है। जिसका बजट मिल गया है। राजकीय आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के प्रांतीय महासचिव डॉ. हरदेव रावत ने इस दौरान मंत्री द्वारा हल किए गए विभिन्न लंबित मसलों पर आभार जताया।

वहीं वित्त विभाग की कार्यशैली को लेकर रोष जताया। इस दौरान उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष रोशन लाल सेमवाल, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. एसपी बडोनी, डॉ. मीरा रावत, जिला होम्योपैथी अधिकारी डॉ. जेएल फिरमाल, उॢमला पाल, विनोद रावत, सुमित पुंडीर, पूजा नेगी, डॉ. पीके गुप्ता, डॉ. सोहन बुटोला, डॉ. केके सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नवीन जोशी ने किया। 

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