आबादी क्षेत्र से हाथी भगाने को जलाएंगे 'चिली स्मोक'

विकासनगर कुंजा गांव में ग्रामीण पर हाथी के हमले के बाद कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:54 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:54 AM (IST)
आबादी क्षेत्र से हाथी भगाने को जलाएंगे 'चिली स्मोक'
आबादी क्षेत्र से हाथी भगाने को जलाएंगे 'चिली स्मोक'

संवाद सहयोगी, विकासनगर: कुंजा गांव में ग्रामीण पर हाथी के हमले के बाद कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज में वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। जंगल में वन विभाग की टीम निरंतर गश्त करने के साथ आसपास के गांवों में मुनादी कराते हुए जंगल की तरफ नहीं जाने की सूचना भी ग्रामीणों को दे रही है। उधर, घटनास्थल कर दौरा करने के बाद कालसी वन प्रभाग के डीएफओ ने क्षेत्र में चिली स्मोक की मशाल जलाने की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हरबर्टपुर के लेहमन मसीही अस्पताल में इलाज करा रहे घायल ग्रामीण का हाल चाल जाना और स्वजन को 50 हजार मुआवजा का आश्वासन भी दिया है।

कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के जंगल से सटे ग्राम कुंजा में शनिवार की रात हाथी ने हमला करके सेवाराम पुत्र रामचंद्र निवासी कुंजा को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। घायल का हालचाल जानने के लिए लेहमन अस्पताल पहुंचे कालसी वन प्रभाग के डीएफओ वीबी मार्तोलिया ने घायल का हाल चाल जाना, और उनके स्वजन से बात की। उधर, डीएफओ ने कुंजा जाकर घटनास्थल का दौरा करते हुए हाथियों के गांव की तरफ बढ़ रहे मूवमेंट को रोकने के लिए चिली स्मोक मशाल जलाने के निर्देश भी तिमली रेंज के वनकर्मियों को दिए। बताया कि हाथियों को भगाने के लिए आमतौर पर शोर मचाना, पटाखे चलाना व ढोल बजाना जैसे तरीके को प्रयोग में लाया जाता है, लेकिन तिमली रेंज में हाथियों की चहलकदमी पर इस प्रकार की गतिविधि का असर कम दिखाई दे रहा है। इसलिए लाल मिर्च के घोल से बनी मशाल जलाकर क्षेत्र में धुंआ किया जाएगा, जिसकी गंध से हाथी ग्रामीण क्षेत्र की तरफ नहीं आ सकेंगे और जंगल के अंदर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही विभिन्न प्रचार माध्यमों से ग्रामीणों को लकड़ी आदि के लिए जंगल की तरफ नहीं जाने व हाथियों से सावधान रहने की चेतावनी भी वन विभाग की टीम निरतर जारी कर रही है।

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