कोरोना से मौत पर यूपीसीएल व पिटकुल कार्मिकों के परिवार को मिलेंगे 10 लाख
कोरोना संक्रमण से मौत पर यूपीसीएल व पिटकुल ने कार्मिकों को 10 लाख रुपये सम्मान निधि के रूप में प्रदान करने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि पहले विभिन्न स्तर पर कर्मचारी की मौत कोरोना से होने को सत्यापित करना होगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण से मौत पर यूपीसीएल व पिटकुल ने कार्मिकों को 10 लाख रुपये सम्मान निधि के रूप में प्रदान करने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि, पहले विभिन्न स्तर पर कर्मचारी की मौत कोरोना से होने को सत्यापित करना होगा, उसके बाद ही कर्मचारी के स्वजन को यह रकम राहत कोष से जारी होगी। कई संगठनों ने इसका विरोध किया है और निधि बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने की मांग की है।
कोरोना महामारी के कारण इस साल ऊर्जा के तीनों निगमों के कई अधिकारी-कर्मचारियों की मौत हुई है। लिहाजा, सभी कर्मचारी संगठन लगातार मांग कर रहे थे कि विभिन्न तीनों ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों को भी कोरोना वॉरियर घोषित किया जाए और मौत पर उनके परिवार को 50 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाए। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) व पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड नौ अप्रैल को जारी शासनादेश के क्रम में मौत पर 10 लाख रुपये परिवार को देने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही सभी कर्मचारियों को तेजी से कोरोना वैक्सीन लगवाने की भी बात कही है।
कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को पैनल के अस्पतालों में उपचार
ऊर्जा निगम ने कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को इलाज के लिए पैनल के तहत आने वाले अस्पतालों में व्यवस्था के आदेश दिए हैं। महाप्रबंधक केबी चौबे ने आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण निर्णय लिया गया है कि ऐसे चिकित्सालय जो कि 31 मार्च तक निगम के पैनल पर थे, लेकिन अनुबंध का विस्तारीकरण नहीं किया गया था, उन अस्पतालों को केवल कोरोना संक्रमित कार्मिकों के उपचार के लिए अग्रिम आदेशों तक निगम के पैनल में रखा जा रहा है। उक्त अस्पतालों में निगम के कोरोना संकमित कार्मिकों के उपचार की प्रतिपूर्ति नियमानुसार की जाएगी।
ऊर्जा निगम के संविदा कर्मियों ने भी उठाई मांगें
ऊर्जा के तीन निगमों में कार्यरत संविदा कर्मियों ने भी कोरोना वॉरियर घोषित करने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर ऊर्जा सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया है। उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। विगत 15 दिनों में इस महामारी से ऊर्जा निगमों के करीब 15 कर्मचारी जान गंवा चुके हैं। कार्मिकों को कोरोना संक्रमण के कारण जीवन क्षति होने पर 10 लाख की सम्मान निधि व कोरोना से संक्रमित कार्मिक के इलाज पर खर्च धनराशि को मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन करने के आदेश का संगठन स्वागत करता है। लेकिन कर्मचारियों की और भी जायज मांगे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले ऊर्जा निगमों के समस्त कर्मियों को कोरोना वॉरियर घोषित किया जाए और कोरोना से मृत्यु पर सम्मान निधि को 10 लाख रुपये से 50 लाख रुपये किया जाए। मृतक संविदा कर्मचारी के आश्रित को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
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