चुनावी साल में बेरोजगार युवा हो रहे सरकार के खिलाफ मुखर
चुनावी साल में प्रदेश के बेरोजगार युवा रोजगार को लेकर सरकार के प्रति मुखर हो रहे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार राज्य बेरोजगार संगठन के प्रदेश संयोजक कमलेश भट्ट और देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने सरकार को घेरा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। चुनावी साल में प्रदेश के बेरोजगार युवा रोजगार को लेकर सरकार के प्रति मुखर हो रहे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार, राज्य बेरोजगार संगठन के प्रदेश संयोजक कमलेश भट्ट और देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि साल बाद भी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग फॉरेस्ट गार्ड की परीक्षा पूरी नहीं करा सका है।
देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि साल 2016 में 1218 पदों पर वन आरक्षी की विज्ञप्ति निकली थी, जिसका रिजल्ट नौ मार्च 2021 को आया यानी पूरे पांच साल बाद, जिसमें 1218 पदों के सापेक्ष 2326 बेरोजगारों को फिजिकल परीक्षा के लिए चुने गए। अब जब कोरोना संक्रमण के मामले थमने लगे हैं और सभी राज्यों ने परीक्षाएं करानी शुरू कर दी हैं तो चयन आयोग क्यों नहीं फारेस्ट गार्ड फिजिकल के एडमिट कार्ड जारी करता है।
राम कंडवाल ने कहा कि एक तरफ वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कहते हैं कि जंगलों में आग लग रही है हमारे पास वनकर्मी नहीं हैं तो क्यों नहीं ये भर्ती जल्द कराई जाती। वहीं, सिर्फ 2326 बच्चे हैं। अगर 13 जिलों में एक साथ फिजिकल परीक्षा कराई भी जाती है तो हर जिले से लगभग 200 से कम बच्चे होंगे। ऐसे कोरोना गाइडलाइंस का भी ध्यान रखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हमने बैठक में प्रस्ताव पारित किया है कि अगर जुलाई में फिजिकल परीक्षा नहीं होती है तो सभी सिलेक्टेड युवाओं के साथ एक दिन जंगलात में बिताया जाएगा और सरकार के साथ ही आयोग को आइना दिखाया जाएगा। उनका ये भी कहना है कि जंगलों में आग लगती है और वन्यजीवों को नुकसान हो रहा है। लकड़ी माफिया तेजी से बढ़ रहे हैं और आप सो रहे हैं। बेरोजगार संघों ने कहा कि अन्य विभागों में साढ़े चार हजार रिक्त पदों पर भी जल्द भर्ती शुरू की जाए।
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