श्रीनगर-खिर्सू समेत कई क्षेत्रों में बिछेगी भूमिगत केबल, बंच केबल में बदलेंगी खुली तारें
पौड़ी जिले के श्रीनगर खिर्सू पाबौ थलीसैंण ढूंगीधार चिपलधार मजरा महादेव चाकीसैंण बीरोंखाल नैनीडांडा रिखणीखाल में बिजली की ओवरहेड लाइनों की जगह भूमिगत केबल लेंगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। पौड़ी जिले के श्रीनगर, खिर्सू, पाबौ, थलीसैंण, ढूंगीधार, चिपलधार मजरा महादेव, चाकीसैंण, बीरोंखाल, नैनीडांडा, रिखणीखाल में बिजली की ओवरहेड लाइनों की जगह भूमिगत केबल लेंगी। साथ में खुले तारों को बंच केबल में बदलने का कार्य शुरू होगा। पहले चरण में बड़ी लाइनों के लिए यह कार्य किया जाएगा।
सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास और प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने इन योजनाओं का इस्टीमेट तैयार कर जल्द टेंडर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में 500 उपभोक्ता पर हर एक मीटर रीडर होना चाहिए। राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार को विधानसभा स्थित सभागार में अपने विधानसभा क्षेत्र श्रीनगर के साथ ही पौड़ी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली सुधारीकरण और विस्तारीकरण के कार्यों की विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बिजली के बिल अनुमान के आधार पर उपलब्ध नहीं कराए जाने चाहिए। इन्हें हर दो माह में मीटर रीडिंग लेकर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए मीटर रीडर का बंदोबस्त करने के निर्देश उन्होंने दिए। उन्होंने विद्युत शिविर लगाने के लिए न्याय पंचायत एवं ब्लॉक कार्यालय का उपयोग करने और शिविर स्थल पर पेयजल का प्रबंध करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि 32 करोड़ लागत से 28 किमली ढिकाल ग्राम पंपिंग योजना खिर्सू ब्लॉक में बनाई जा रही है।
पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक उपभोक्ता को विद्युत कनेक्शन देने का निर्णय बैठक में लिया गया। ढिकाल पंपिंग योजना का लोकार्पण जनवरी, 2020 में मुख्यमंत्री करेंगे। बैठक में तय किया गया कि कोटद्वार डिविजन में करीब सवा लाख उपभोक्ताओं का भार होने से बिजली का अलग सब डिविजन थलीसैंण के समीप बनाया जाएगा। चाकीसैंण में 33 केवी विद्युत गृह का निर्माण कार्य हफ्तेभर में शुरू होगा।
इस क्षेत्र के करीब 27 हजार परिवार इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने क्षेत्र में ट्रांसफार्मर बदलने और जरूरत पड़ने पर नए ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश भी दिए। बैठक में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ऊर्जा के निर्माणाधीन, नए प्रस्तावित कार्यो की जानकारी भी दी गई। इस मौके पर ऊर्जा सचिव राधिका झा, ऊजा निगम के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा, अधीक्षण अभियंता एमआर आर्य, अधिशासी अभियंता आरआर सिंह और वाइएस तोमर, एसडीओ पौड़ी आरपी नौटियाल मौजूद थे।