नमामि गंगे के ऋषिकेश और हरिद्वार में हुए कार्यों की उक्रांद ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग

उत्तराखंड क्रांति दल ने नमामि गंगे के तहत ऋषिकेश और हरिद्वार में हुए सभी कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 07:21 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 09:17 AM (IST)
नमामि गंगे के ऋषिकेश और हरिद्वार में हुए कार्यों की उक्रांद ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग
नमामि गंगे के ऋषिकेश और हरिद्वार में हुए कार्यों की उक्रांद ने उठाई उच्च स्तरीय जांच की मांग

ऋषिकेश, जेएनएन। उत्तराखंड क्रांति दल ने नमामि गंगे के तहत ऋषिकेश और हरिद्वार में हुए सभी कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने रविवार को पत्रकार वार्ता में यह मांग उठाते हुए आरोप लगाया कि उत्तराखंड पेयजल निगम के निवर्तमान प्रबंधक निदेशक ने अपनी सेवा के दौरान नमामि गंगे परियोजना में गंभीर अनियमितताएं बरती हैं। जिनकी जांच होनी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 2005 से 2007 में अभियंता भर्ती घोटाला हुआ। तब वह विभाग के मुख्य अभियंता थे।

आरक्षित वर्ग में बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों को नियुक्ति दी गई। सरकार से इस पूरे प्रकरण की उत्‍तराखंड क्रांति दल ने जांच की मांग उठाई थी। सरकार ने उनके कार्यकाल में हुई भर्ती की पूरी पत्रावली जांच के लिए तलब की है। उन्‍होंने कहा कि कहा कि ऋषिकेश में आइडीपीएल में उद्योग चलाने से ज्यादा कुछ लोगों की नजर यहां की भूमि पर है।

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वहीं उन्‍होंने कहा कि जनता का धन विधायक निधि से आंतरिक सड़कों के निर्माण को विकास नहीं कहा जा सकता। इस क्षेत्र में विकास के नाम पर चिकित्सा, शिक्षण व अन्य कोई योजना से जुड़े नए संस्थान नहीं खुले हैं। एम्स जैसे संस्थान में विधायक चाहते तो स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिलता लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस दौरान केंद्रीय महामंत्री संगठन जयदीप भट्ट, सम्राट पंवार, आनंद सिंह तड़ियाल, सोहन भट्ट, आशीष भट्ट, मोहित डोभाल आदि मौजूद रहे।

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