उक्रांद के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष भट्ट बोले, सरकार बिना देरी के देवस्थानम बोर्ड करे भंग

उक्रांद (उत्तराखंड क्रांति दल) के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने राज्य सरकार से देवस्थानम बोर्ड को अविलंब भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा की परंपरा आदिकाल से स्थानीय पुजारी और पंडे करते आए हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 05:05 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 05:05 PM (IST)
उक्रांद के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष भट्ट बोले, सरकार बिना देरी के देवस्थानम बोर्ड करे भंग
उक्रांद के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष भट्ट बोले, सरकार बिना देरी के देवस्थानम बोर्ड करे भंग।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उक्रांद (उत्तराखंड क्रांति दल) के निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने राज्य सरकार से देवस्थानम बोर्ड को अविलंब भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा की परंपरा आदिकाल से स्थानीय पुजारी और पंडे करते आए हैं। यही इनके रोजगार का भी जरिया है, लेकिन राज्य सरकार देवस्थानम बोर्ड बनाकर स्थानीय पुजारियों के हक-हकूक पर डाका डाल रही है। बोर्ड को पूंजीपतियों के हवाले करने की साजिश रची जा रही है।

पत्रकारों से बातचीत में दिवाकर भट्ट ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के मूल निवासियों की धार्मिंक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है। उक्रांद की स्पष्ट चेतावनी है कि वह देवस्थानम बोर्ड को अविलंब भंग करते हुए धामों में स्थानीय पंडों और पुजारियों के हक-हकूक के साथ कोई छेड़खानी न करे। अन्यथा इसका परिणाम सरकार के लिए बेहद बुरा होगा।

भट्ट ने कहा कि कोरोनाकाल में राज्य सरकार हर तरह से असफल रही है। महंगाई व बेरोजगारी का बढ़ना आमजन के लिए बुरा रहा है। पुलिस सिपाहियों के वेतन विसंगति का मामला हो या फिर राज्य की बिगड़ी अर्थव्यवस्था। राज्य सरकार जुमलेबाजी के अलावा कुछ नहीं कर पाई। इस अवसर पर लताफत हुसैन, सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर सिंह रावत, शांति भट्ट, प्रताप, विपिन रावत, राजेंद्र बिष्ट, प्रमिला रावत, शिव प्रसाद सेमवाल आदि उपस्थित थे।

अभाविप ने श्रीदेव सुमन विवि का पुतला फूंका

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) महानगर के कार्यकर्ताओं ने श्रीदेव सुमन विवि की ओर से वार्षिक परीक्षाओं की व्यवस्था समाप्त कर सेमेस्टर सिस्टम लागू करने का विरोध किया। शनिवार शाम को करनपुर स्थित डीएवी चौक में कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय का पुतला दहन किया। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विक्रम फस्र्वाण ने कहा कि जिस समय सेमेस्टर सिस्टम वापस लिया गया था, तब से अब तक मूलभूत सुविधाओं में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की गई। वर्तमान में फिर उसी प्रकार की व्यवस्था लागू कर छात्रों को उसी परेशानी में धकेला जा रहा है।

अभाविप के जिला सह-संयोजक विशाल सिंह ने कहा कि सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के लिए अभी समय अनुकूल नहीं है। वैश्विक महामारी के कारण पहले ही पढ़ाई व परीक्षा में देरी हो रही है। अभी तक विवि ने किसी भी प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित नहीं किया है। कर्मचारियों का अभाव है। विवि को पुनर्विचार कर इस निर्णय को वापस लेना चाहिए। पुतला दहन में गढ़वाल सयोजक हिमांशु कुमार, महानगर संगठन मंत्री नागेंद्र बिष्ट, कालेज इकाई अध्यक्ष सौरभ कुमार, हेमंत सिलोरी, प्रांजल नेगी, नगर विस्तारक कैलाश बिष्ट, सौरभ, मृदुल भट्ट उपस्थित रहे।

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