Examination: अभी परीक्षा कराने को पर्याप्त है समय, जारी रखें तैयारी

कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मई में होने वाली परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी हैं। हालांकि यूजीसी ने छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत करने संबंधी कोई फैसला अभी नहीं लिया है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 03:33 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 03:33 PM (IST)
Examination: अभी परीक्षा कराने को पर्याप्त है समय, जारी रखें तैयारी
अभी परीक्षा कराने को पर्याप्त है समय, जारी रखें तैयारी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मई में होने वाली परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी हैं। हालांकि, यूजीसी ने छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत करने संबंधी कोई फैसला अभी नहीं लिया है। यूजीसी की ओर से कहा गया है कि परिस्थितियां अनुकूल होने पर परीक्षा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की जाएगी।

ऐसे में प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत के साथ विश्वविद्यालयों के कुलपति व कॉलेज प्राचार्यों ने छात्र-छात्राओं को सलाह दी है कि परीक्षा की तैयारी जारी रखें, जिससे कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद परिस्थितियां अनुकूल होने पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकें। इसके लिए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों ने परीक्षाओं की तैयारी के मद्देनजर ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी है।

उत्तराखंड के 11 राजकीय और 20 निजी विश्वविद्यालयों में कुल दो लाख 80 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा में ऑनलाइन पढ़ाई को इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म पर लाने की तैयारी कर रही है। एजूसेट के माध्यम से यह फ्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। सभी छात्र परीक्षा की तैयारी करते रहें।

एचएनबी गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने बताया कि यूजीसी और शिक्षा मंत्रालय के निर्देश का अक्षरश: पालन करना है। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए यूजीसी ने मई में होने वाली ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित करने के लिए कहा था। आगे यूजीसी जो निर्देश जारी करेगा उसी के अनुसार परीक्षा आयोजित की जाएगी। छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

एसो, ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार अग्रवाल ने बताया कि उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं की परीक्षा लेने के लिए अभी पर्याप्त समय है। मैं छात्रों को प्रमोट करने का बिल्कुल भी पक्षधर नहीं हूं। देश में अगर कोरोना संक्रमण कम होता है तो ऑफलाइन परीक्षा जुलाई-अगस्त तक भी आयोजित की जा सकती हैं। यूजीसी को परीक्षा के लिए उचित समय का इंजतार करना चाहिए।

एसजीआरआर विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत का कहना है कि छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा प्रोन्नत करने का विकल्प अंतिम होना चाहिए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूजीसी का मई में होने वाली ऑफलाइन परीक्षा स्थगित करने का निर्णय उचित है। संस्थान में ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। छात्र-छात्राएं परीक्षा की तैयारी जारी रखें।

यूटीयू और श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी का कहना है कि प्रदेश के दोनों राजकीय विश्वविद्यालयों के एक लाख 20 हजार छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई में जुटे हैं। मैं खुद इसकी निगरानी कर रहा हूं। यूजीसी की ओर से चालू शिक्षा सत्र में छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत करने संबंधी कोई आदेश नहीं आया है। केवल मई में होने वाली ऑफलाइन परीक्षा स्थगित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। छात्र पढ़ाई जारी रखें। परीक्षा के आयोजन के लिए अभी पर्याप्त समय है।

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