Devasthanam Board: चारधाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन स्थगित, उच्च स्तरीय समिति में शामिल होंगे दो-दो तीर्थपुरोहित

चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। इस दौरान सीएम ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के तहत बनाई गई उच्च स्तरीय समिति में चारों धामों से दो-दो तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 01:54 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 09:09 PM (IST)
Devasthanam Board:  चारधाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन स्थगित, उच्च स्तरीय समिति में शामिल होंगे दो-दो तीर्थपुरोहित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट वार्ता की

राज्‍य ब्‍यूरो, देहरादून। Devasthanam Board उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के गठन से नाराज चारधाम के तीर्थ पुरोहितों को मनाने में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कामयाब हो गए। शनिवार को चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बाद 30 अक्टूबर तक आंदोलन स्थगित करने का एलान कर दिया। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि चारधाम से जुड़े व्यक्तियों के हक-हकूक किसी भी दशा में प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे। देवस्थानम बोर्ड के संबंध में गठित उच्च स्तरीय समिति में चारों धामों के दो-दो तीर्थ पुरोहित शामिल किए जाएंगे। समिति की रिपोर्ट के बाद सरकार इस बारे में निर्णय लेगी। उधर, आंदोलन स्थगित होने की घोषणा के बावजूद चारों धामों में तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारी अभी डटे हुए हैं।

त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री समेत 51 मंदिरों की व्यवस्था के लिए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम पारित किया गया था। इसके तहत देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया गया है। चारधाम के तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारी इसे उनके अधिकारों पर कुठाराघात करार दे रहे हैं। वे लगातार ही इस अधिनियम और बोर्ड का विरोध कर रहे हैं। सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मसले पर पूर्व सांसद मनोहरकांत ध्यानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की है।

इस बीच शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात कर अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम देश-दुनिया के लिए आस्था के प्रमुख केंद्र हैं। सरकार का काम मंदिरों में अवस्थापना विकास को सुदृढ़ बनाना है। चारधाम यात्रा जल्द शुरू हो, इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम के तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूकधारियों के हक-हकूक सुरक्षित रहेंगे। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के संबंध में गठित उच्च स्तरीय समिति तीर्थ पुरोहितों की बात सुनकर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके बाद सरकार निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि राज्यहित में जो होगा, वह कार्य किया जाएगा।

मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद महापंचायत समिति के संयोजक सुरेश सेमवाल ने चारधाम में चल रहे धरना-प्रदर्शन को 30 अक्टूबर तक स्थगित करने का एलान किया। महापंचायत समिति के सदस्य उमेश सती ने उम्मीद जताई कि इस बातचीत से जल्द से जल्द उचित निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर तक जैसा आउटकम सरकार की तरफ से आएगा, उसके बाद ही आगे कदम उठाने के बारे में तय किया जाएगा।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय व गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगौली, एचसी सेमवाल, देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के सीइओ रविनाथ रमन, महापंचायत समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल, महामंत्री हरीश डिमरी के अलावा लक्ष्मीनारायण जुगडाण, सुरेश सेमवाल, दुर्गा प्रसाद भट्ट, विनोद शुक्ला, सुरेश उनियाल, संजीव सेमवाल, आचार्य नरेशानंद, दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, श्याम पंजपुरी, कुबेरनाथ पोस्ती, प्रशांत भट्ट, पुरुषोत्तम उनियाल, राजस्वरूप उनियाल, अखिलेश कोटियाल, राहुल कोटियाल मौजूद थे।

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