अदम्य साहस का परिचय देने वाले दो बाल वीरों को मिलेगा वीरता पुरस्कार
बालपन में अदम्य साहस का परिचय देने वाले रामनगर के सनी कश्यप और पिथौरागढ़ के मोहित चंद्र उप्रेती को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिलेगा। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने वर्ष 2020 के पुरस्कार के लिए प्रदेश से इन दोनों बालकों का चयन किया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। बालपन में अदम्य साहस का परिचय देने वाले रामनगर के सनी कश्यप और पिथौरागढ़ के मोहित चंद्र उप्रेती को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिलेगा। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने वर्ष 2020 के पुरस्कार के लिए प्रदेश से इन दोनों बालकों का चयन किया है। सनी कश्यप को उफनती हुई कोसी नदी में डूब रहे एक युवा की जान बचाने के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है। युवक सनी से दोगुनी उम्र था, बावजूद इसके उन्होंने अपनी जान की परवाह न कर युवक को बचाना जरूरी समझा।
सनी राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोतीमहल रामनुर, नैनीताल में आठवीं के छात्र हैं। वहीं मोहित चंद्र उप्रेती को गुलदार से अपने साथी की जान बचाने के लिए यह पुरस्कार मिलेगा। सांयकाल में उनके दोस्त हेमंत पर गुलदार ने हमला कर दिया था। यह देखकर मोहित डरकर भागने की बजाय गुलदार से भिड़ गए। मोहित मूल रूप से न्यू सेरा, पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर दोनों बालकों का चयन किया गया है। परिषद की महासचिव पुष्पा मानस ने दोनों बालकों के चयन पर खुशी जताते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हर साल प्रदेश के बच्चे अपने साहस के बूते नाम रोशन कर रहे हैं। इस साल पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन वार्षिक परीक्षाओं के बाद होगा। ऑफलाइन माध्यम से होगा या ऑनलाइन, इस पर अभी दिशा-निर्देश आने बाकी हैं।
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