बजट सत्र के चौथे दिन दो विधेयक पेश, चार विधेयक पारित

विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को दो विधेयक पेश किए जबकि चार विधेयक पारित कर दिए गए। हालांकि पंचायतीराज संशोधन विधेयक को लेकर कुछ सदस्यों ने विरोध जताया। वे इस मसले को प्रवर समिति को सौंपने की मांग भी कर रहे थे।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:16 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:16 PM (IST)
बजट सत्र के चौथे दिन दो विधेयक पेश, चार विधेयक पारित
विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को दो विधेयक पेश किए, जबकि चार विधेयक पारित कर दिए गए।

राज्य ब्यूरो, गैरसैंण:  विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को दो विधेयक पेश किए, जबकि चार विधेयक पारित कर दिए गए। हालांकि, पंचायतीराज संशोधन विधेयक को लेकर कुछ सदस्यों ने विरोध जताया। वे इस मसले को प्रवर समिति को सौंपने की मांग भी कर रहे थे। बाद में संसदीय कार्यमंत्री ने मोर्चा संभाला और सदस्यों की जिज्ञासा शांत की।

उत्तराखंड पंचायतीराज (संशोधन) विधेयक में रखे गए उस संशोधन का कुछ सदस्यों ने विरोध किया, जिसमें कहा गया कि पंचायत के किसी क्षेत्र के शहरी निकाय में शामिल होने पर वहां से निर्वाचित प्रतिनिधि कार्यकाल पूरा होने तक अपने पद पर बना रहेगा। सदस्यों का कहना था कि जब पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधि का क्षेत्र ही नहीं रहेगा तो वह प्रतिनिधि कहां का रहेगा। हालांकि, बाद में यह विधेयक सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। महिलाओं को पैतृक संपत्ति व भूमि में सह-खातेदार का अधिकार देने वाला उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950) (संशोधन) विधेयक भी चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। उत्तराखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (प्रोत्साहन एवं सुविधा) (संशोधन) विधेयक भी चर्चा के बाद पारित किया गया। इसमें केद्र का माडल एक्ट लागू होने के बाद अब मंडी समितियों में नए एक्ट के प्रविधान के तहत सरकार अध्यक्ष मनोनीत करेगी। इसके अलावा इक्फाई विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक भी पारित किया गया। सदन में गुरुवार को उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम, 1959) (संशोधन) विधेयक और उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश नगर पालिका अधिनियम, 1916) (संशोधन) विधेयक भी सरकार की ओर से पेश किए गए।

यह भी पढ़ें- उत्‍तराखंड : बजट में शहरों से लेकर गांवों को मिलेंगे सड़कों के तोहफे

पहली बार रविवार को भी चलेगा सदन

 कार्यमंत्रणा समिति ने तय किया है कि बजट सत्र इस बार रविवार को भी चलेगा। गुरुवार को सदन में इस संबंध में जानकारी दी गई कि शनिवार और रविवार को भी सदन चलेगा। यह पहली बार है, जब सदन अवकाश के दिन रविवार को भी चलेगा।

 कनेक्टिविटी में सुधार की उठाई मांग

उपनेता प्रतिपक्ष करण माहरा ने गुरुवार को सदन में संचार कनेक्टिविटी ठीक न होने का मसला भी उठाया। उन्होंने कहा कि विधायक निवास में वाई-फाई के काम न करने के कारण विपक्ष के विधायकों को सूचनाएं मगवाने में दिक्कतें आ रही हैं। नेता प्रतिपक्ष डा.इंदिरा हृदयेश ने सभामंडप में साउंड सिस्टम को और बेहतर करने पर जोर दिया।

यह भी पढ़ें- अब तक दो हजार कर्मचारियों को अटल आयुष्मान योजना का लाभ

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी