अब शिशु निकेतन में होगी दो शिशुओं की परवरिश Dehradun News
देहरादून स्थित दून महिला अस्पताल में भर्ती दो नवजात को डेढ़ माह बाद शिशु निकेतन शिफ्ट कर दिया गया है।
देहरादून, जेएनएन। दून महिला अस्पताल में भर्ती दो नवजात को डेढ़ माह बाद शिशु निकेतन शिफ्ट कर दिया गया है। रायपुर के रांझावाला में मिला नवजात और गांधी अस्पताल में एक बिन ब्याही युवती से जन्मा नवजात पिछले डेढ़ माह से अस्पताल के निक्कू वार्ड में भर्ती थे। शुक्रवार को जिला बाल कल्याण समिति की टीम दोनों नवजात को शिशु निकेतन ले गई है।
बीती 21 अक्टूबर को रायपुर के रांझावाला में एक नवजात बच्ची मिली थी। वहीं, 24 अक्टूबर को गांधी शताब्दी नेत्र अस्पताल में एक बिन ब्याही युवती ने बच्चे को जन्म दिया था। बाद में उसने उसकी परवरिश करने से इन्कार कर बच्चा दून महिला अस्पताल में छोड़ दिया था। दोनों बच्चों को दून महिला अस्पताल के निक्कू वार्ड में भर्ती कराया गया था। लंबी कागजी प्रक्रिया के बाद आज बाल कल्याण समिति की टीम अस्पताल पहुंची।
टीम ने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा व डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री से वार्ता कर उन्हें पत्र सौंपा और दोनों नवजात को अपने साथ ले गए। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सुधा देवरानी ने बताया कि दोनों बच्चों को सिटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर शिशु निकेतन में दाखिल करा दिया गया है। समिति की देखरेख में शिशु निकेतन में दोनों बच्चों की बेहतर परवरिश की जाएगी। बाद में बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया कराई जाएगी।
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गोद लेने के लिए दंपतियों की लगी लाइन
दून महिला अस्पताल के निक्कू वार्ड में भर्ती दोनों नवजात को गोद लेने के लिए कई दंपतियों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा और स्त्री और प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. चित्रा जोशी से संपर्क किया। लेकिन उन्होंने डीएम के माध्यम से ही बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया होने की बात कहकर इन दंपतियों को बच्चों को देने से इनकार कर दिया।
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