पर्वतारोही जुड़वा बहनें दून में आयोजित करेंगी बेस कैंप फेस्टिवल इंडिया
पर्वतारोही जुड़वा बहनों ताशी और नुंग्शी मलिक ने बताया कि उनकी द्वारा संचालित नुंग्शी ताशी फाउंडेशन की ओर से 25 अक्टूबर से दून में बेस कैंप फेस्टिवल इंडिया का आयोजन किया जाएगा।
देहरादून, [जेएनएन]: एवरेस्ट विजेता जुड़वां बहनों नुंग्शी और ताशी मलिक अपने फाउंडेशन के माध्यम से एडवेंचर और कुछ अलग करने की चाह रखने वालों को जोड़ने के लिए बेस कैंप फेस्टिवल इंडिया का आयोजन करने जा रही है। पुरकुल में 25 से 28 अक्टूबर तक फेस्टिवल का आयोजन होगा।
प्रेस क्लब सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में बुधवार को एवरेस्ट विजेता जुड़वां बहनों के पिता कर्नल वीएस मलिक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बेस कैंप फेस्टिवल में देशभर के एडवेंचर प्रेमी जुटेंगे। फेस्टिवल में आउटडोर एक्टिविटी, गेस्ट लेक्चर, पार्क रन्स, फोटोग्राफी एग्जिबिशन, कैंपिंग आदि होंगे। फेस्टविल में पर्वतारोहण, माउंटेन बाइकिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइंबिंग आदि से जुड़े लोग जुटेंगे और अपने अनुभवों को साझा करेंगे। इसके साथ ही फेस्टिवल के दौरान लीडरशिप स्कूल की शुरुआत भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अन्य सरकारी माउंटेनियरिंग और एडवेंचर संस्थाएं सिर्फ तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। जबकि, आउटडोर लर्निंग स्कूल का असल मकसद बाहरी ज्ञान के साथ ही संपूर्ण विकास को महत्व देना है। बताया कि फाउंडेशन ने देहरादून के तीन गांवों भीतरली, कांड्रियना और तेलियानीगढ़ को गोद लेकर माउंटेन वूमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप्स का निर्माण किया है। नुंग्शी और ताशी ने कहा कि महिला सशक्तीकरण विषय हमारे दिल के बेहद करीब है।
आउटडोर लर्निंग स्कूल के माध्यम से हम उत्तराखंड की महिलाओं को सशक्त बनाएंगे ताकि वे समाज में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि जब महिला सशक्त होगी तभी सशक्त समाज का निर्माण संभव है। उन्होंने बताया कि फेस्टिवल के लिए अभी तक देशभर से 150 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
इन जुडवां बहनों ने रचा है इतिहास
जुड़वां बहनें नुंग्शी और ताशी मलिक दुनिया भर में शोहरत कमा रही हैं। 2013 में उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर इतिहास रचा। यह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली जुड़वां बहनें हैं। इसके अलावा उनके खाते में कई ऐसी उपलब्धियां हैं, जिन्होंने उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। नुंग्शी मलिक और ताशी मलिक दुनिया की सबसे पहली जुड़वां बहने हैं, जिन्होंने 7 महाद्वीपों की प्रमुख चोटियों पर चढ़ाई का गौरव हासिल किया है।
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