नागटिब्बा से सुरकंडा तक बनेगा ट्रेकिंग रूट, सात इको टूरिज्म प्रस्तावों के लिए धनराशि स्वीकृत

वन विभाग ने सात इको टूरिज्म प्रस्तावों के लिए करीब 80 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इसके तहत पार्क निर्माण ट्रेकिंग रूट और सफारी जोन का सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। 10 लाख की लागत से क्यारी नागटिब्बा से सुरकंडा तक ट्रेकिंग रूट भी तैयार किया जाएगा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 04:01 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 04:01 PM (IST)
नागटिब्बा से सुरकंडा तक बनेगा ट्रेकिंग रूट, सात इको टूरिज्म प्रस्तावों के लिए धनराशि स्वीकृत
नागटिब्बा से सुरकंडा तक बनेगा ट्रेकिंग रूट, सात इको टूरिज्म प्रस्तावों के लिए धनराशि स्वीकृत।

जागरण संवाददाता, देहरादून। वन विभाग ने सात इको टूरिज्म प्रस्तावों के लिए करीब 80 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। इसके तहत पार्क निर्माण, ट्रेकिंग रूट और सफारी जोन का सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। 10 लाख की लागत से क्यारी नागटिब्बा से सुरकंडा तक ट्रेकिंग रूट भी तैयार किया जाएगा।

प्रमुख वन संरक्षक (हौफ) राजीव भरतरी की अध्यक्षता में गुरुवार को राजपुर रोड स्थित वन विभाग के मुख्यालय में इको टूरिज्म कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री की घोषणाओं के तहत 79.83 लाख रुपये के सात प्रस्ताव पारित कर संबंधित डीएफओ को धनराशि जारी करने के लिए निर्देशित किया गया। 15.83 लाख की लागत से चंद्रबनी खालसा में कुमांऊनी मंदिर के पास वन विभाग की ओर से पार्क का निर्माण किया जाएगा।

10 लाख रुपये की लागत से क्यारी नागटिब्बा से सुरकंडा तक ट्रेक रूट का निर्माण किया जाएगा। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत फांटो क्षेत्र में सफारी जोन बनाने के लिए 15 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई। बार्सू से दयारा बुग्याल व रैथल से दयारा बुग्याल वाले ट्रेक रूट का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। 10 लाख रुपये से ऋषिकेश क्षेत्र में संजय झील का सौंदर्यीकरण कर साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भराड़ीसैंण में इको ट्रेल, इको पार्क की स्थापना के लिए 20 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई, जबकि नागटिब्बा, एंदी, बुराष्टी में कैंपिंग साइट, व्यू प्वाइंट निर्माण, नागटिब्बा ताल की सफाई एवं सौंदर्यीकरण के लिए 19 लाख रुपये की स्वीकृति शामिल हैं।

कोर कमेटी के सदस्य सचिव डा. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए राज्य सेक्टर इको टूरिज्म योजना के तहत यह धनराशि प्रभागीय वनाधिकारियों को जारी की जा रही है। बैठक में अपर प्रमुख वन संरक्षक परियोजना डा. समीर सिन्हा, अपर प्रमुख वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन जीएस पांडे, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊ डा. तेजस्विनी पाटिल, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक उपस्थित थे।

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