जीर्णोद्धार के नाम पर बागीचों को साफ करने की रची जा रही साजिश

विकासनगर क्षेत्र में आम और लीची के फलदार पेड़ों को काटने की प्रक्रिया को विभाग उचित ठहरा रहा हे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:49 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:49 AM (IST)
जीर्णोद्धार के नाम पर बागीचों को साफ करने की रची जा रही साजिश
जीर्णोद्धार के नाम पर बागीचों को साफ करने की रची जा रही साजिश

संवाद सहयोगी, विकासनगर: क्षेत्र में आम और लीची के फलदार पेड़ों को काटने की प्रक्रिया को उद्यान विभाग सही ठहराकर खुद ही अपनी कार्यशैली को संदेह के घेरे में ला रहा है। यही स्थिति वन विभाग की निकासी को लेकर भी है। उधर, ह्युमन राइट एंड आरटीआइ एसोसिएशन का कहना है कि लापिंग के नाम पर पहले फलदार पेड़ की व्यापक स्तर पर छंटाई की जा रही है, बाद में उनके तनों को जड़ समेत मौके से गायब कर दिया जा रहा है। एसोएसिशन ने पूर्व के दिनों में विकासनगर व आसपास के क्षेत्र में जीर्णोद्धार की अनुमति की आड़ में काटे गए पेड़ की मौजूदा स्थिति की जांच करने और आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।

हरिपुर ढकरानी में एक बाग में लापिग की अनुमति के नाम पर आम और सेमल के पेड़ को साफ किया जा रहा है। प्रतिबंधित प्रजाति के सेमल के चार पेड़ों को काटने की अनुमति देने की बात कालसी वन प्रभाग की चौहड़पुर और तिमली रेंज ने भी स्वीकारी है, लेकिन अनुमति किसने दी, इसको लेकर दोनों रेंज के अधिकारी एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इससे वन विभाग के संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली भी संदेह के घेरे में आ गई है। गुरुवार को उद्यान विभाग की टीम ने हरिपुर स्थित एक बाग का मौका मुआयना करते हुए बाग में कराए गए लापिग की जांच की। विकासनगर के उद्यान सचल दल के प्रभारी इंदुभूषण कुमोला ने बताया कि बाग की लापिग के लिए जीर्णोद्धार की अनुमति उनकी ओर से दी गई है। इस पर नियमानुसार कार्य हो रहा है, यदि पेड़ कटे होंगे तो उनकी जांच की जा रही है। उधर, ह्युमन राइट एंड आरटीआइ एसोएशिन के अध्यक्ष अरविद शर्मा ने मौका मुआयना व जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि जिस अधिकारी ने जीर्णोद्धार की अनुमति प्रदान की, वह स्वयं ही जांच करके लापिग को सही ठहरा रहे हैं। कहा कि विकासनगर क्षेत्र में अनुमति के आधार पर जिला प्रशासन की टीम को यह जांच करनी चाहिए कि जीर्णोद्धार के बाद उन बागों की क्या स्थिति है।

----------------

क्या है जीर्णोद्धार की प्रक्रिया

विकासनगर: बागवानी मिशन कार्य योजना के तहत दी जाने वाली जीर्णोद्धार की अनुमति के लिए उद्यान विभाग ने नियम बनाया है। इसके तहत जीर्णोद्धार के लिए विभागीय मानकों के अनुसार पुराने और जीर्ण-शीर्ण हो चुके पेड़ का चयन किया जाए। इसके अलावा आम-लीची में जहां तक संभव हो सके हार्ड प्रूनिग या हैवी लापिग का कार्य कम से कम किया जाए। कटाई-छंटाई वाले भाग पर चौबटिया पेस्ट का प्रयोग अवश्य किया जाए और पौधों की जड़ में दो से तीन फिट तक चूने का लेप लगाकर, थावल बनाकर कंपोस्ट खाद और उर्वरक निर्धारित मात्रा में डाला जाए। बगीचों की कटाई-छंटाई का काम विभाग की ओर से अनुमन्य समय के भीतर ही किया जाए।

---------------

कई अन्य बगीचों का होना है जीर्णोद्धार

विकासनगर: उद्यान विभाग ने हाल के दिनों में विकासनगर के कई बगीचों के जीर्णोद्धार की अनुमति प्रदान की है, जिनमें नगर पालिका विकासनगर के बाबूगढ़, ग्राम कुंजा और हरिपुर स्थित एक आम का बाग, ग्राम मेंहूवाला स्थित एक लीची का बाग व जीवनगढ़ स्थित एक लीची का बाग शामिल है।

chat bot
आपका साथी