यहां ऊर्जा निगम की लापरवाही जिंदगी पर पड़ रही भारी, अव्यवस्थित ट्रांसफार्मर दे रहे हादसों को न्योता

ऊर्जा निगम की लापरवाही जिंदगी पर भारी पड़ रहे हैं। क्षेत्र में जहां-तहां अव्यवस्थित ढंग से लगे विद्युत ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं। ऊर्जा निगम के यह ट्रांसफार्मर कहीं जमीन पर लगे हैं तो कहीं ट्रांसफार्मरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात ही नहीं हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:53 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:53 AM (IST)
यहां ऊर्जा निगम की लापरवाही जिंदगी पर पड़ रही भारी, अव्यवस्थित ट्रांसफार्मर दे रहे हादसों को न्योता
ऊर्जा निगम की लापरवाही जिंदगी पर पड़ रही भारी।

ऋषिकेश, जेएनएन। तीर्थनगरी क्षेत्र में ऊर्जा निगम की लापरवाही जिंदगी पर भारी पड़ रहे हैं। क्षेत्र में जहां-तहां अव्यवस्थित ढंग से लगे विद्युत ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं। ऊर्जा निगम के यह ट्रांसफार्मर कहीं जमीन पर लगे हैं तो कहीं ट्रांसफार्मरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात ही नहीं हैं।

शुक्रवार की देर रात लक्ष्मणझूला मार्ग पर भैरव कालोनी में हुए हादसे ने एक बार फिर से ऊर्जा निगम के खतरनाक ट्रांसफार्मरों की पोल खोलकर रख दी है। भैरव कालोनी का यह ट्रांसफार्मर भी जमीन पर ही रखा हुआ है। हालांकि ट्रांसफार्मर के चारों ओर जाली लगी है, मगर, यह ट्रांसफार्मर सड़क के इतने नजदीक है कि कोई भी इसकी चपेट में आ जाए। हाल में ही रेलवे स्टेशन के समीप सड़क के बीचों-बीच लगे एक ट्रांसफार्मर से टकराकर एक बाइक सवार की मौत हो गयी थी। भैरव कालोनी ही नहीं बल्कि नगर के कई अन्य हिस्सों में इस तरह के खतरनाक ट्रांसफार्मर हादसों को न्योता दे रहे हैं।

शहर की मुख्य सड़कों पर भी कई ट्रांसफार्मर ऐसे हैं, जो सड़क के किनारे ही जमीन पर रखे हुए हैं। इनमें से कई ट्रांसफार्मर तो सड़क पर अवरोध भी बने हुए हैं। इतना ही नहीं कई ट्रांसफार्मर ऐसे हैं जो अतिक्रमण की आड़ भी बने हुए हैं और इनके नीचे बकायदा दुकानें संचालित हो रही हैं। मुखर्जी मार्ग पर सुभाष चौक के समीप एक ट्रांसफार्मर सड़क के किनारे लगा है, जिसके नीचे चाय की दुकान लगती है।

हरिद्वार मार्ग पर नगर निगम के बाहर और लोनिवि निरीक्षण गृह के समीप भी ऐसे ही दो ट्रांसफार्मर खतरे का सबब बने हुए हैं। इंदिरा नगर में तो एक ट्रांसफार्मर के नीचे ही फास्ट फूड की दुकान संचालित हो रही है। मगर, न तो ऊर्जा निगम ने इन खतरों को कभी गंभीरता से लिया और ना ही इन ट्रांसफार्मरों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने की जहमत उठाई।

उधर, ऊर्जा निगम में अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने बताया कि कुछ जनप्रतिनिधियों ने इस तरह की शिकायत की थी। इस तरह के ट्रांसफार्मरों के चिह्नीकरण का काम जारी है और उचित स्थान मिलते ही इनकी शिफ्टिंग कर दी जाएगी।

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