उत्‍तराखंड में कोरोना की तीसरी लहर को निपटने के लिए एक हजार से अधिक को प्रशिक्षण

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों व तकनीशियनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लक्ष्य एक हजार से अधिक चिकित्सकों व तकनीशियनों की प्रशिक्षित किए जाने का है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:49 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:49 PM (IST)
उत्‍तराखंड में कोरोना की तीसरी लहर को निपटने के लिए एक हजार से अधिक को प्रशिक्षण
उत्‍तराखंड में कोरोना की तीसरी लहर को निपटने के लिए एक हजार से अधिक को प्रशिक्षण।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों व तकनीशियनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लक्ष्य एक हजार से अधिक चिकित्सकों व तकनीशियनों की प्रशिक्षित किए जाने का है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश के मेडिकल कालेजों में हो रहे हैं।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार तैयारियों में जुटी है। माना जा रहा है कि तीसरी लहर का असर 18 वर्ष से कम आयुवर्ग पर सबसे अधिक पड़ेगा। इसका कारण इस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन न होना है। इस आयुवर्ग में एक माह के नवजात से से लेकर 18 साल के किशोर शामिल हैं। इनके इलाज के लिए बाल रोग विशेषज्ञों की जरूरत पड़ेगी। विभाग के पास अभी लगभग 250 बाल रोग विशेषज्ञ हैं। इसे देखते हुए निजी क्षेत्रों के बाल रोग विशेषज्ञों को भी लेने की तैयारी चल रही है।

हालांकि, सरकार ने केंद्र की बच्चों के इलाज को लेकर जारी गाइडलाइन के अनुसार विभाग में तैनात सभी चिकित्सकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है ताकि आपात स्थिति में सभी चिकित्सक बच्चों व बड़ों का इलाज कर सकें। इसके साथ ही तकनीकी स्टाफ को भी बच्चों के इलाज व जांच के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को भी विभाग ने प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है। इनमें से कुछ चिकित्सकों को मेडिकल कालेजों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड की संख्या बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। इन केंद्रों पर आक्सीजन कंसन्ट्रेटर पहुंचा दिए गए हैं। बच्चों के हिसाब से उपकरण व दवाओं की खरीद हो रही है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। अभी तक एक हजार चिकित्सकों व तकनीशियनों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसका दायरा आगे और बढ़ाया जाएगा।

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