वन आरक्षी परीक्षा में तीन हजार अभ्यर्थियों को मिलेगा दोबारा मौका, पढ़िए पूरी खबर
वन आरक्षी परीक्षा में नकल के मामले सामने आने के बाद हौनहार अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग 14 फरवरी को उन सात परीक्षा केंद्र के हजारों अभ्यर्थियों को दोबारा लिखित परीक्षा का मौका दे रहा है ।
जागरण संवाददाता, देहरादून : वन आरक्षी परीक्षा में नकल के मामले सामने आने के बाद हौनहार अभ्यर्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग 14 फरवरी को उन सात परीक्षा केंद्र के हजारों अभ्यर्थियों को दोबारा लिखित परीक्षा का मौका दे रहा है जिन परीक्षा केंद्रों में नकल के मामले पकड़े गए रहे और यह परीक्षा केंद्र शील कर दिये गए थे। सरकार ने जांच के बाद 57 अभ्यर्थियों को आरोपित बनाया है जिनपर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी। बताया कि 16 फरवरी 2020 को वन आरक्षी के 1218 पदों के लिए लिखित परीक्षा ली गई थी, परीक्षा में 98 हजार के करीब युवाओं ने परीक्षा दी थी। परीक्षा के तुरंत बाद नकल के हाईटेक मामले सामने आए जिससे प्रदेशभर में हड़कंप मच गया। एसआइटी ने जांच शुरू की तो नकल की परत दर परत खुलती गई। अभी तक नकल के मामले में 47 आरोपित पर एसआइटी ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जो गिरफ्तार भी हो चुके हैं, जबकि दस आरोपित अभी इस मामले में संलिप्त हैं जिनपर काईवाई की तलवार लटकी हुई है।
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सरकार ने नकल करते पकड़े गए उन परीक्षा केंद्र के मासूम अभ्यर्थियों का ध्यान रखा जिनका परीक्षा परिणाम केवल इसलिए रोका गया की उनके परीक्षा केंद्र में नकल के मामले पकड़े गए थे। इस परीक्षा में करीब 98 हजार अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी थी। परीक्षा में ब्लूट्रुथ से नकल के हाईटेक मामले सामने आने के बाद परीक्षा परिणाम पर रोक लगा दी गई।अब तीन हजार अभ्यर्थियों को दोबारा परीक्षा का मौका दिया जा रहा है।
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