ट्रामा प्रशिक्षण से कम होगी मृत्युदर

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में एडवांस ट्रामा लाइफ सपोर्ट (एटीएलएस) एवं एडवांस ट्रामा केयर फार नर्सेस (एटीसीएन) ट्रेनिंग प्रोग्राम में देश के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल संस्थानों के चिकित्सकों व नर्सिंग आफिसर्स को प्रशिक्षण दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:33 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:33 PM (IST)
ट्रामा प्रशिक्षण से कम होगी मृत्युदर
ट्रामा प्रशिक्षण से कम होगी मृत्युदर

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में एडवांस ट्रामा लाइफ सपोर्ट (एटीएलएस) एवं एडवांस ट्रामा केयर फार नर्सेस (एटीसीएन) ट्रेनिंग प्रोग्राम में देश के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल संस्थानों के चिकित्सकों व नर्सिंग आफिसर्स को प्रशिक्षण दिया गया।

शुक्रवार को एम्स में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि आए दिन बढ़ रही सड़क दुर्घटना से नागरिकों की जान जा रही है। दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की जान बचाई जा सके इसके लिए ट्रामा प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की संख्या दोगुनी की जाएगी, जिससे अधिकाधिक चिकित्सकों व नर्सिंग आफिसर्स को ट्रामा से जुड़े विभिन्न पहलुओं में दक्ष बनाया जाएगा।

ट्रामा सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आजम ने बताया कि इन कार्यशालाओं में प्रतिभाग करने के लिए एटीएलएस इंडिया की वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। कोर्स डायरेक्टर डा. मधुर उनियाल ने बताया कि हम इन कोर्सों से अधिकाधिक चिकित्सकों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में दुर्घटना में घायल मरीज को पहाड़ों से मैदानी क्षेत्र में आने में काफी वक्त लगता है, जिसकी वजह से मरीज की जान जाने का खतरा बना रहता है। लिहाजा ऐसी प्रशिक्षण से दुर्घटनास्थल पर ही घायल को फौहरी तौर पर सहायता मिल जाती है। एसोसिएट प्रोफेसर डा. अजय कुमार ने बताया कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में देशभर से 16 चिकित्सक एवं 16 नर्सिंग आफिसर्स प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यशाला में डा. लतिका चावला, डा. जितेंद्र चतुर्वेदी, डा. हर्षित अग्रवाल, डा. नीरज कुमार, डा. दिवाकर गोयल, नर्सिंग फैकल्टी महेश, नर्सिंग ऑफिसर चंदू, जोमन, अरुण आदि ने सहयोग प्रदान किया।

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