अतिवृष्टि से गोशाला क्षतिग्रस्त, मलबे में दबे तीन पशु मरे
चकराता पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ में सामान्य जनजीवन प्रभावित है। शुक्रवार को तेज बारिश के बीच भूस्खलन से तीन पशुओं की मौत हो गई।
संवाद सूत्र, चकराता: पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ में सामान्य जन-जीवन प्रभावित है। बरसात के कारण सावड़ा के पास एक ग्रामीण पशुपालक की गोशाला भूस्खलन की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गई। गोशाला में बंधे तीन पशुओं की मलबे के नीचे दबकर मौत हो गई। ग्राम प्रधान ने आपदा से हुए नुकसान के एवज में पीड़ित पशुपालक को तहसील प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की है।
प्रखंड से जुड़े सीमांत डूंगरी पंचायत के सावड़ा में स्थानीय पशुपालक रतनदास की लकड़ी और पत्थरों से निर्मित एक मंजिला गोशाला है, जिसमें वह अपने पशुओं को बांधते हैं। क्षेत्र में लगातार जारी तेज बारिश के चलते शुक्रवार सुबह गोशाला भूस्खलन की चपेट में आ गई। उसके अंदर बंधी एक गाय और दो बछड़े समेत तीन पशुओं के मलबे में दबने से उनकी मौत हुई। रोज की तरह पशुओं को चारा देने छानी गए पशुपालक ने घटना स्थल का नजारा देखा तो आसपास अन्य व्यक्तियों को इसकी सूचना दी। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और गोशाला में मलबे के नीचे दबे पशुओं को मृत अवस्था में बाहर निकाला। डूंगरी के प्रधान राजेंद्र वर्मा ने कहा आपदा पीड़ित रतनदास खेतीबाड़ी व पशुपालन के जरिये अपने घर-परिवार का गुजारा चलाते है। तीन पशुओं की एक साथ मौत होने से पीड़ित परिवार की मुसीबत बढ़ गई। इस नुकसान की भरपाई करना उसके लिए मुश्किल काम है। वहीं, एसडीएम चकराता संगीता कन्नौजिया ने संबंधित राजस्व उपनिरीक्षक को घटना स्थल का मुआयना कर नुकसान की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।