प्रवास को आए मेहमान परिदों की प्रजातियां बढ़कर हुई छह

विकासनगर देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व व रामसर साइट आसन वेटलैंड में कुल छह प्रजाति के परिंदे लगभग एक हजार की संख्या में प्रवास को पहुंच चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:41 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:41 PM (IST)
प्रवास को आए मेहमान परिदों की प्रजातियां बढ़कर हुई छह
प्रवास को आए मेहमान परिदों की प्रजातियां बढ़कर हुई छह

जागरण संवाददाता, विकासनगर: देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व व रामसर साइट आसन वेटलैंड में प्रवास पर आए विदेशी परिदों की प्रजातियों की संख्या अब छह हो गई है, अभी तक आसन नमभूमि में रुडी शेलडक, कामन कूट और नार्दन शावलर यहां पहुंचे थे, अब कामन पोचार्ड, ग्रे हेरोन, ग्रेट कारमोरेंट ने भी डेरा डाल दिया है। वर्तमान में प्रवासी परिदों की संख्या हजार के करीब हो गई है।

विश्व के ठंडे देशों से प्रवासी परिदों का आसन वेटलैंड आने का क्रम तेज हो गया है। हर साल अक्टूबर में प्रवास पर आने वाले देशी-विदेशी प्रजातियों के परिदे मार्च अंतिम सप्ताह तक कंजरवेशन रिजर्व आसन नमभूमि क्षेत्र में प्रवास करते हैं। प्रवासी परिदों को यहां मड टापू, टाइफा ग्रास के झुरमुट, पास ही बहती यमुना नदी के कारण वातावरण बेहद भाता है। हाल ही में दो दिनों की बारिश की वजह से मौसम ठंडा होने पर प्रवासी परिदों के आसन नमभूमि में आने का क्रम तेज हो गया है। आसन नमभूमि में विदेशी मेहमानों के साथ प्रवास करने वाले लोकल प्रजाति के स्पाट बिल्ड, लिटिल कारमोरेंट, लिटिल इग्रेट, कामन किगफिशर, लैपविग, लिटिल ग्रेब आदि की संख्या भी बढ़ गई है। जीएमवीएन के आसन रिसोर्ट प्रबंधन की ओर से बोटिग शुरू करने की वजह से पर्यटक बोटिग के साथ ही बर्ड वाचिग का आनंद भी ले रहे हैं। जीएमवीएन ने बर्ड वाचिग व्यू भी तैयार किया है, जिस पर पक्षी प्रेमी खड़े होकर आसन नमभूमि में इसका आनंद ले रहे हैं। आसन रेंजर राजेंद्र हिगवाण व वन दारोगा प्रदीप सक्सेना के अनुसार परिदों की संख्या बढ़कर एक हजार के करीब हो गई है। सुरक्षा को रात दिन गश्त शुरू कर दी गई है।

chat bot
आपका साथी