तीर्थ पुरोहितों की मांग, विधेयक पास करने से पहले कराया जाए अवलोकन
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार से मांग की है कि विधानसभा में विधेयक पेश करने से पहले उन्हें प्रति उपलब्ध कराई जाए। जिसका अवलोकन कर वे अपने सहमति जता सकें।
देहरादून, जेएनएन। श्राइन बोर्ड गठन के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी है। तीर्थ पुरोहितों ने सरकार से मांग की है कि विधानसभा में विधेयक पेश करने से पहले उन्हें प्रति उपलब्ध कराई जाए। जिसका अवलोकन कर वे अपने सहमति जता सकें।
शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक में चार संसोधन किए गए और सरकार ने दावा किया सभी के हक-हकूक सुरक्षित रहेंगे। अब सोमवार को विधेयक विधानसभा में पेश किया जाएगा। उधर, तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार अपनी सुविधा के अनुसार संशोधन कर रही है। चेतावनी दी कि सोमवार को यदि उन्हें विश्वास में लिए बिना विधेयक पास हुआ तो वे प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे।
देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि सरकार के विधेयक में संसोधन का कदम स्वागत योग्य है, लेकिन अभी तीर्थ पुरोहितों को संसोधनों से अवगत नहीं कराया गया है। ऐसे में उन्हें नहीं पता कि संसोधन तीर्थ पुरोहितों के पक्ष में हुए भी हैं या नहीं। इससे पहले दोपहर में महापंचायत के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ गांधी पार्क में प्रदर्शन किया। यहां उन्होंने श्राइन बोर्ड गठन के विरोध में आंदोलन की रणनीति भी बनाई। महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी ने कहा कि अगर सरकार उनकी सहमति के बिना विधेयक पास करती है तो राजधानी सहित शीतकालीन पूजा स्थलों, ब्लॉक मुख्यालयों और जिला मुख्यालयों में बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदर्शन करने वालों में रमेश सती, उमेश सती, भास्कर डिमरी आशुतोष, पंकज डिमरी, कृतेश्वर उनियाल आदि मौजूद थे। इधर, सीपीआइएम ने भी तीर्थ पुरोहितों व हकहकूक धारियों की माग का समर्थन किया है। सीपीआइएम के कार्यकर्ताओं ने तीर्थ पुरोहितों के साथ गाधी पार्क में धरना दिया।