Primary Teachers Union: 'दुधारू गाय है समिति, शिक्षक सारा दूध एक बार में न निकालें', प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में बोले अध्यक्ष
Primary Teachers Union राजकीय प्रारंभिक शिक्षक ऋण एवं बचत सहकारी समिति के 68वें अधिवेशन को संबोधित कर रहे प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विज सिंह चौहान ने कहा कुछ शिक्षक यहां से मोटी रकम उठाकर अन्य व्यापार खड़े करने में जुटे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Primary Teachers Union राजकीय प्रारंभिक शिक्षक ऋण एवं बचत सहकारी समिति का गठन शिक्षकों की निजी और पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया था। इससे इतर कुछ शिक्षक यहां से मोटी रकम उठाकर वाहन खरीदने और प्लाटिंग समेत अन्य व्यापार खड़े करने में जुटे हैं। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विज सिंह चौहान ने ऐसे शिक्षकों से समिति के धन का दुरुपयोग बंद करने को कहा है। वह बुधवार को राजकीय प्रारंभिक शिक्षक ऋण एवं बचत सहकारी समिति के 68वें अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।
समिति के चंदर नगर स्थित दफ्तर में अधिवेशन के साथ वार्षिक सभा भी हुई। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चौहान ने कहा कि शिक्षकों के लिए राजकीय प्रारंभिक शिक्षक ऋण एवं बचत सहकारी समिति दुधारू गाय की तरह है। अगर एक बार में ही सारा दूध निकालने की फितरत रखी तो यह गाय किसी के काम की नहीं रह जाएगी। इससे पहले समिति के सचिव राजेश्वर चौहान ने बीते एक साल का लेखा-जोखा और सदस्यों को दिए गए ऋण का ब्योरा प्रस्तुत किया। बैठक में समिति की ओर से दिए जाने वाले आकस्मिक ऋण की सीमा एक लाख से बढ़ाकर दो लाख करने का प्रस्ताव भी रखा गया।
इसके अलावा मृत सदस्यों के परिवार को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में भी वृद्धि करने का प्रस्ताव रखा गया। इस अवसर पर समिति के सभापति चंद्र प्रकाश पाल, उप सभापति प्रवीण कुमार, संचालक अनंत कुमार सोलंकी, अशोक कुमार मनवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
नए सिरे से स्कूलों के खाते नहीं खोलेंगे
अधिवेशन में जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रघुबीर पुंडीर ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से हर स्कूल का खाता नए सिरे से एसबीआइ में और एमडीएम के बजट के लिए खाता केनरा बैंक में खुलवाना व्यवहारिक नहीं है। कहा कि पहाड़ी जिलों में कई जगह 50 से 100 किलोमीटर की दूरी में एसबीआइ और केनरा बैंक की शाखा नहीं है। ऐसे में नई व्यवस्था से स्कूल और शिक्षक दोनों की परेशानी बढ़ेगी। वहीं, प्राथमिक शिक्षक संघ के दून इकाई के अध्यक्ष धर्मेंद्र रावत ने कहा कि अब स्कूलों में शिक्षण से ज्यादा डाटा एकत्रित करने और विभिन्न दिवस व उत्सव मनाने का काम हो रहा है। यह प्रथा बदली नहीं गई तो छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होता रहेगा।