सैलानियों के लिए खुले मोतीचूर व चीला रेंज के द्वार

राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) का मोतीचूर व चीला रेंज गेट पर्यटकों के लिए खुल गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब पार्क के गेट निर्धारित तिथि से पहले खोले गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 08:17 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 08:17 PM (IST)
सैलानियों के लिए खुले मोतीचूर व चीला रेंज के द्वार
सैलानियों के लिए खुले मोतीचूर व चीला रेंज के द्वार

संवाद सूत्र, रायवाला: राजाजी टाइगर रिजर्व (आरटीआर) का मोतीचूर व चीला रेंज गेट पर्यटकों के लिए खुल गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब पार्क के गेट निर्धारित तिथि से पहले खोले गए हैं। इससे पहले एक सितंबर को चीला में गौहरी गेट व सात सितंबर को मोतीचूर में सत्यनारायण गेट पर्यटकों के लिए खोले जा चुके हैं, जबकि 15 नवंबर से मोहंड, रानीपुर और आशारोड़ी गेट खोले जाएंगे।

शुक्रवार को उपनिदेशक महिपाल सिरोही व वार्डन ललिता प्रसाद टम्टा की मौजूदगी में हरिपुरकलां निवासी छह वर्षीय नंदिनी जखमोला ने रिबन काटकर पार्क का गेट खोला। वहीं पर्यटकों के स्वागत के लिए गेट को फूल मालाओं से सजाया गया था। पहले दिन हरियाणा से पांच पर्यटक यहां पहुंचे और जंगल सफारी का लुत्फ उठाया। मोतीचूर के रेंज अधिकारी महेंद्र गिरि गोस्वामी ने बताया कि पहले दिन एक हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। वहीं चीला में पार्क निदेशक डीके सिंह व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने पार्क का गेट खोला। बता दें कि अभी तक हर साल 15 नवंबर से गेट खोले जाते रहे हैं। पार्क उपनिदेशक महिपाल सिरोही ने बताया कि बीते दो वर्षों में कोरोना काल से राजाजी पार्क व पर्यटन व्यवसायियों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए पार्क के गेट निर्धारित समय से पहले खोले जा रहे हैं।

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टूटी-फूटी सड़कों पर सफारी करेंगे पर्यटक

आरटीआर को पर्यटकों के लिए बेशक खोल दिया गया है, लेकिन तैयारियां आधी अधूरी ही हैं। बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत नहीं हो पाई है। ऐसे में पर्यटक सफारी गाड़ियों में हिचकोले खाने को मजबूर होंगे। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि कुछ क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करा ली गई है।

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मोतीचूर में जंगल सफारी पर उठ रहे सवाल

मोतीचूर रेंज गेट एक बार फिर से पर्यटकों के लिए भले ही खोल दिया गया है, लेकिन पार्क प्रशासन के इस निर्णय पर सवाल भी उठने लगे हैं। दरअसल मोतीचूर में बाघ शिफ्टिग की प्रक्रिया चल रही है। 24 दिसंबर 2020 को यहां पहला तथा 10 जनवरी 2021 को दूसरा बाघ लाया गया। अभी तीन ओर नए बाघ लाए जाने की तैयारी है। दिसंबर 2020 में सुरक्षा के लिहाज से मोतीचूर रेंज गेट को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। मोतीचूर में बाघ शिफ्टिग प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। यह गेट चीला मोतीचूर वन्य जीव गलियारे के एकदम मध्य में है। वहीं मोतीचूर में फ्लाईओवर बन जाने की वजह से भी यह पर्यटक गेट व्यवहारिक रूप से उपयोगी व फायदेमंद नहीं रह गया था। दूसरी तरफ मोतीचूर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर सत्यनारायण में इस बार नया ट्रैक भी विकसित किया गया है। बाघ शिफ्टिग प्रक्रिया पूरी हुए बिना और एक ही रेंज में कुछ ही दूरी पर अलग-अलग गेट खोलने पर सवाल उठ रहे हैं ।इस बारे में पार्क उप निदेशक महिपाल सिरोही का कहना है कि यह कोरोनकाल में हुए आर्थिक नुकसान को देखते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ही गेट खोले गए हैं।

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