देहरादून: एफआरआइ में आमजन के प्रवेश पर प्रतिबंध 12 दिसंबर तक बढ़ाया, यह है पूरा मामला
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आइजीएनएफए) में पिछले हफ्ते कोरोना संक्रमण की वजह से वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) में आमजन और पर्यटकों के प्रवेश पर लगाया गया प्रतिबंध अगले एक हफ्ते तक बढ़ा दिया गया है। पूर्व में प्रवेश पर रोक लगाई थी जिसे बढ़ाकर 12 दिसंबर किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आइजीएनएफए) में पिछले हफ्ते कोरोना संक्रमण की वजह से वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) में आमजन और पर्यटकों के प्रवेश पर लगाया गया प्रतिबंध अगले एक हफ्ते तक बढ़ा दिया गया है। एफआरआइ प्रशासन ने पांच दिसंबर तक प्रवेश पर रोक लगाई थी, जिसे बढ़ाकर 12 दिसंबर किया गया है।
एफआरआइ में बीती 25 नवंबर को 10 आइएफएस (भारतीय वन सेवा) अधिकारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। संक्रमित अधिकारियों को वन अनुसंधान संस्थान के परिसर में ओल्ड हास्टल में आइसोलेट कर दिया गया था। संक्रमण के इन मामलों से जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया और सुरक्षा के तहत अकादमी में बाहरी जन का प्रवेश रोकने के आदेश दिए। अगले ही दिन यानी 26 नवंबर को एफआरआइ प्रशासन ने आमजन व पर्यटकों के एफआरआइ में प्रवेश पर पांच दिसंबर तक रोक लगाने का आदेश दे दिया।
शुक्रवार को एफआरआइ प्रशासन ने मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रवेश पर प्रतिबंध की सीमा 12 दिसंबर तक बढ़ा दी गई। एफआरआइ के निदेशक एएस रावत ने बताया कि संक्रमण के मद्देनजर प्रतिबंध आगे बढ़ाया गया है।
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यह था मामला
देशभर के 48 आइएफएस अधिकारी इस समय मिड टर्म करियर ट्रेनिंग पर हैं। सबसे पहले इन अधिकारियों ने लखनऊ में ट्रेनिंग ली और फिर एक सप्ताह दिल्ली में। इसके बाद यह 25 नवंबर को आइजीएनएफए दून में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे। प्रस्थान से पूर्व इन सभी का दिल्ली में कोरोना टेस्ट हुआ। तब इनमें 10 अधिकारी संक्रमित पाए गए। इनमें से हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व दिल्ली के एक-एक अधिकारी पहले ही अपने गंतव्य स्थल चले गए, जबकि दून स्थित अकादमी में सात संक्रमित अधिकारी पहुंचे। दून आने पर अकादमी ने भी कोरोना की जांच कराई।
इस दफा तीन अन्य अधिकारी भी संक्रमित पाए गए। इस तरह यहां कुल 10 अधिकारी संक्रमित हो गए। इसके बाद जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने अकादमी के ओल्ड हास्टल को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का आदेश जारी किया और आदेश जारी दिए कि कोई भी संक्रमित अधिकारी यहां से बाहरी क्षेत्र में प्रवेश नहीं करेगा।
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