ऋषिकेश: वात्सल्य योजना के तहत दस लाभार्थियों को मिले प्रमाण पत्र, 31 मार्च 2022 तक किया जा सकता है आवेदन
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक खोने वाले बच्चों को सरकार की ओर से घोषित वात्सल्य योजना सोमवार को ऋषिकेश तहसील क्षेत्र में शुरू की गई। इस योजना के तहत दस लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक खोने वाले बच्चों को सरकार की ओर से घोषित वात्सल्य योजना सोमवार को ऋषिकेश तहसील क्षेत्र में शुरू की गई। इस योजना के तहत दस लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी को विधानसभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोस से 10-10 हजार रुपये सहायता देने की घोषणा की।
वात्सल्य योजना के तहत सोमवार को तहसील मुख्यालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने योजना के दस लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। अग्रवाल ने कहा है कि सरकार ने इस सराहनीय पहल से उस बाल अवस्था को सहारा दिया है जिसके सामने जीविका व रोजी रोटी का संकट था।
उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि तहसील क्षेत्र में इस योजना के तहत 30 लाभार्थी शामिल है। शासन की ओर से प्रदत आर्थिक सहायता लाभार्थी के खाते में सीधे जमा की जाएगी। उन्होंने बताया इस योजना के माध्यम से उन सभी बच्चों की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिनकी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु हो गई हो। इस योजना के माध्यम से प्रतिमाह तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता बच्चे की 21 वर्ष की आयु होने तक भरण-पोषण भत्ता के रूप में प्रदान की जाएगी।
31 मार्च 2022 तक इस योजना के तहत आवेदन किया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पांच लाभार्थियों को भी प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान कोरोना से जान गंवाने वालों के प्रति दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। इस मौके पर तहसीलदार डा. अमृता शर्मा, खंड विकास अधिकारी बीएस नेगी, नायब तहसीलदार विजय पाल सिंह चौहान, पार्षद शिव कुमार गौतम अनीता तिवाड़ी, सुमित थपलियाल उपस्थित थे।
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