ऑनलाइन शिक्षा में तकनीकी खामियां बन रही बाधक, समाधान को काम शुरू

विद्यालयों के माध्यम से कराई जा रही ऑनलाइन पढ़ाई तकनीकि बाधाओं के चलते सार्थक साबित नहीं हो पा रही है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 04 May 2020 06:17 PM (IST) Updated:Mon, 04 May 2020 06:17 PM (IST)
ऑनलाइन शिक्षा में तकनीकी खामियां बन रही बाधक, समाधान को काम शुरू
ऑनलाइन शिक्षा में तकनीकी खामियां बन रही बाधक, समाधान को काम शुरू

विकासनगर(देहरादून), जेएनएन। क्षेत्र के विद्यालयों के माध्यम से कराई जा रही ऑनलाइन पढ़ाई तकनीकि बाधाओं के चलते सार्थक साबित नहीं हो पा रही है। हालांकि विद्यालयों की ओर से शुरू किए गए ऑनलाइन शिक्षण को बाकायदा विद्यालय में होने वाली पढ़ाई की तरह संचालित किया जा रहा है, लेकिन छोटी-छोटी समस्याएं ऑनलाइन शिक्षण में बाधक बन रही हैं।

लॉकडाउन के समय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को कम करने के लिए अधिकतर छोटे-बड़े विद्यालयों ने ऑनलाइन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ कर दिया है। नियमित चलने वाली कक्षाओं की तरह छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए लगभग सुबह आठ बजे से नियमित उपस्थिति दर्ज करने के साथ शिक्षण कार्य शुरू करा दिया जा रहा है। जहां मोबाईल नेटवर्क ठीक है या घरों में बच्चों की संख्या के हिसाब से मोबाइल है और अभिभावक बच्चों को पढ़ाने में निपुण हैं, वहां समस्या अधिक नहीं है, लेकिन जौनसार बावर से लेकर हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटे ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क की गंभीर समस्या ऑनलाइन पढ़ाई में बड़ी बाधा बन रही है। नगर क्षेत्र के सेपियंस स्कूल के संचालक रविकांत सपरा का कहना है कि ऑनलाइन शिक्षा में आने वाली सभी समस्याओं पर गहन चिंतन के बाद काम शुरू किया गया है। देखने में यह भी आ रहा है कि अधिकतर बच्चे ऑनलाइन शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन यदि कहीं कोई समस्या है तो विद्यालय खुलने के बाद उनका समाधान भी कर लिया जाएगा।

जजूनियर हाईस्कूल लक्कखनवाला के शिक्षक अतुल शर्मा का कहना है कि स्कूल के अलावा कोई और माध्यम शिक्षा प्रदान करने में सहायक नहीं बन सकता है, लेकिन वर्तमान समय में विद्यालय नहीं खुलने की स्थिति में यह एक मजबूरी के तौर पर अपनाया जा सकता है। हर घर में कम्प्यूटर आदि की सुविधा नहीं है, बहुत से बच्चों के पास अच्छे मोबाइल नहीं है, मोबाइल फोन से पूरी पढ़ाई संचालित करना बेहद मुश्किल है।

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ऑनलाइन शिक्षा नोडल अधिकारी डॉ. दीप्ति बागवाडी ने बताया कि तकनीकि दिक्कतों के कारण सभी छात्र-छात्राओं तक पहुंच बना पाना मुश्किल हो रहा है। लेकिन जैसे-तैसे कोशिश की जा रही हैं। लॉकडाउन के चलते अधिकतर बच्चे शहरों से अपने गांवों में चले गए हैं, जहां कई स्थानों पर नेटवर्क समस्या है। लेकिन उनका प्रयास है कि सभी बच्चे ऑनलाइन शिक्षा का लाभ उठा सकें। 

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