दुर्गम में तैनात शिक्षकों को पहले मिले समायोजन, शिक्षकों की समस्याओं का हल निकालने की मांग

प्राथमिक शिक्षक संघ की नई कार्यकारिणी गठित होने के बाद बुधवार को पहली बैठक हुई। बैठक में सालों से दुर्गम में सेवाएं दे रहे शिक्षकों का समायोजन सुगम में किए जाने का मुद्दा प्रमुखता से उठा। साथ ही शिक्षकों की समस्याओं का हल निकालने की मांग की गई।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 01:44 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 01:44 PM (IST)
दुर्गम में तैनात शिक्षकों को पहले मिले समायोजन, शिक्षकों की समस्याओं का हल निकालने की मांग
प्राथमिक शिक्षक संघ की नई कार्यकारिणी गठित होने के बाद बुधवार को पहली बैठक हुई।

जागरण संवाददाता, देहरादून। प्राथमिक शिक्षक संघ की नई कार्यकारिणी गठित होने के बाद बुधवार को पहली बैठक हुई। बैठक में सालों से दुर्गम में सेवाएं दे रहे शिक्षकों का समायोजन सुगम में किए जाने का मुद्दा प्रमुखता से उठा। साथ ही शिक्षकों की समस्याओं का हल निकालने की मांग की गई।  रेसकोर्स स्थित पदम सिंह शिक्षक भवन में जिला कार्यकारिणी की पहली बैठक जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र रावत की अध्यक्षता में हुई। धर्मेंद्र ने कहा कि चकराता- कालसी समेत देहरादून के दुर्गम क्षेत्रों में कई शिक्षक 25 से 30 सालों से सेवाएं दे रहे हैं, इन शिक्षकों को दून के सुगम में समायोजन करने के बजाय दूसरे जिलों से आने वाले शिक्षकों को तैनाती दी जा रही है।

उन्होंने इस व्यवस्था का विरोध जताते हुए कहा कि अगर दून के दुर्गम में तैनात शिक्षकों को पहले समायोजन नहीं दिया गया तो शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगेे। बैठक में सभी ब्लॉक अध्यक्ष, मंत्री व कोषाध्यक्ष से उनके ब्लॉक की समस्याएं व शिक्षकों से जुड़े प्रकरण लिखित में लिए गए। जिला मंत्री प्रमोद रावत ने बताया कि जल्द जिला कार्यकारिणी के विस्तार के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। बैठक में कोषाध्यक्ष विनोद लखेड़ा, प्रवीण वर्मा, राजेश्वरी थपलियाल, संदीप सोलंकी, संजय कुमार, मृदुल सिंह, कमल सुयाल, मधु पटवाल ,राकेश राणा और रणवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

अन्य प्रमुख मांगें

चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों के लिए बजट मिले। प्रोन्नत वेतनमान का एरियर शीघ्र दिया जाए। रायपुर ब्लॉक में उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्टाफ बढ़ाया जाए। विकास नगर ब्लॉक के 16 एकल विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। गोल्डन कार्ड की सुविधाएं बढ़ाई जाएं। दुर्गम विद्यालय के मानक से अधिक शिक्षकों का सुगम में समायोजन शीघ्र हो। पुरानी पेंशन को फिर से लागू किया जाए। दून में कार्यरत शिक्षकों की पदोन्नति की जाए। कालसी के सभी विद्यालय दुर्गम घोषित किए जाएं। विद्यालयों का कोटिकरण दोबारा हो। विद्यालयों के रखरखाव के बजट का पूरा विवरण उपलब्ध कराया जाए। 

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