Coronavirus: डीएम बोले, देहरादून में बढ़ा कोरोना का खतरा; बुजुर्गों और बच्चों पर दें खास ध्यान

कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

By Edited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 08:45 PM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 10:10 AM (IST)
Coronavirus: डीएम बोले, देहरादून में बढ़ा कोरोना का खतरा; बुजुर्गों और बच्चों पर दें खास ध्यान
Coronavirus: डीएम बोले, देहरादून में बढ़ा कोरोना का खतरा; बुजुर्गों और बच्चों पर दें खास ध्यान

देहरादून, जेएनएन। दून पर कोरोना संक्रमण का खतरा न सिर्फ बढ़ता जा रहा है, बल्कि ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अधिक उम्र के लोग व छोटे बच्चों को घर से बाहर न निकलने दिया जाए तो ही बेहतर है। दूसरी तरफ गंभीर बीमारी से लड़ रहे लोगों को भी कोरोना वायरस से बचाने की सख्त जरूरत है। क्योंकि ऐसे लोगों की इम्यूनिटी काफी कम होती है। जिलाधिकारी ने बताया कि ऐसे लोगों की पहचान सामुदायिक निगरानी के माध्यम से की जा रही है।

शनिवार को गर्भवती महिलाओं के अलावा डायबिटीज, दिल, किडनी व उच्च रक्तचाप से संबंधित बीमारी से ग्रसित 65 वर्ष से अधिक उम्र के 857 लोगों की पहचान कर ली गई है। ताकि किसी भी आपात स्थिति में ऐसे लोगों तक तत्काल चिकित्सा सुविधा पहुंचाई जा सके। उधर, अन्य राज्यों से दून पहुंचे 1254 लोगों का परीक्षण करने के बाद उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन भी किया गया। 

फ्रंटलाइन स्टाफ बरतें सावधानी

जिलाधिकारी ने कोविड-19 अस्पताल में काम कर रहे चिकित्सा व अन्य कर्मियों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। साथ ही आइसोलेशन व क्वारंटाइन सेंटर के कर्मियों, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने वाले कार्मिकों को भी प्रोटोकॉल के अनुरूप काम करने को कहा गया है। 

बुधवार व शनिवार को होगा डेंगू पर वार

मानसून के दौरान डेंगू के खतरे को दूर करने के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने उपजिलाधिकारियों, नगर निकायों, स्वास्थ्य विभाग व अन्य अधिकारियों की बैठक ली। खासकर सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए कि तालाबों में मच्छर के लार्वा को खत्म करने के लिए गंबूजिया मछली छोडऩे के निर्देश दिए गए।

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शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि बुधवार व शनिवार को सुबह साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे के बीच जलभराव वाले स्थानों की पहचान कर निकासी सुनिश्चित कराई जाए। डेंगू-मलेरिया के प्रकोप को रोकने के लिए निजी, सरकारी व आवासीय स्थलों पर किसी भी दशा में पानी जमा न होने दें। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, जिला पंचायत सदस्यों व पार्षद/सभासदों से अपील की कि वह शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए जलभराव दूर करने व सेनिटाइजेशन के कार्र्यों में सहयोग की अपील की। डेंगू के हॉट-स्पॉट चिह्नित करने, अस्पतालों में डेंगू वार्ड में बेड बढ़ाने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।

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