स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा- साहस, शान्ति और उर्वरता का प्रतीक है तिरंगा

स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में 22 जुलाई का दिन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि आज का दिन देश के राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ा हुआ है। जब संविधान सभा ने तिरंगे को देश के राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर अंगीकार किया था।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 02:42 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 02:42 PM (IST)
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा- साहस, शान्ति और उर्वरता का प्रतीक है तिरंगा
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि साहस, शान्ति और उर्वरता का प्रतीक है तिरंगा।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में 22 जुलाई का दिन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि आज का दिन देश के राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ा हुआ है। जब संविधान सभा ने तिरंगे को देश के राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर अंगीकार किया था।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत का राष्ट्रध्वज तिरंगा भारत माता और भारतीयों का प्रतीक है। तिरंगा हर भारतीय की शान है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज एकता, समृद्धि और शान्ति का प्रतीक है तथा चरखा देश की प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। ध्वज के शीर्ष पर स्थित केसरी रंग 'साहस' को दर्शाता है, मध्य में सफेद रंग 'शांति और सच्चाई' का प्रतिनिधित्व करता है एवं ध्वज के नीचे स्थित हरा रंग 'भूमि की उर्वरता, वृद्धि और शुभ्रता' का प्रतीक है। ध्वज में विद्यमान चरखे को 24 तीलियों से युक्त अशोक चक्र द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। इसका उद्देश्य यह है कि गतिशीलता ही जीवन है।

पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत का इतिहास गौरवशाली एवं स्वर्णिम रहा है। भारत की क्रान्तियां भी शान्ति की स्थापना के लिए ही हुई हैं। क्योंकि भारत का इतिहास और संस्कृति के मूल में शान्ति ही समाहित है। हमारी संस्कृति से शान्ति के संस्कारों का बोध होता है, जिसके आधार पर हम अपने आदर्शों, जीवन मूल्यों आदि का निर्धारण कर सकते हैं। भारतीय सभ्यता और संस्कृति की विशालता 'वसुधैव कुटुंबकम्' के पवित्र सूत्र में निहित है।

यह भी पढ़ें:-खाता खोलने पर एक्सिस बैंक ग्राहक को भेंट करेगा एक पौधा, स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने बैंक की 57वीं शाखा का किया उद्घाटन

chat bot
आपका साथी