संविधान दिवस पर छात्रों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली

जागरण संवाददाता विकासनगर संविधान दिवस पर मंगलवार को क्षेत्र के कॉलेज और विभिन्न स्कूलों में छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 08:37 PM (IST) Updated:Tue, 26 Nov 2019 08:37 PM (IST)
संविधान दिवस पर छात्रों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली
संविधान दिवस पर छात्रों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली

जागरण संवाददाता, विकासनगर: संविधान दिवस पर मंगलवार को क्षेत्र के कॉलेज और विभिन्न स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्र-छात्राओं ने संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर संविधान की बारीकियों को जाना। इस दौरान वक्ताओं ने छात्रों को संविधान के विभिन्न अनुच्छेद के बारे में बताया। छात्रों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ भी ली।

मंगलवार को गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई। प्राचार्य प्रोफेसर केएल तलवाड़ ने कहा कि भारत का संविधान, सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ और आज ही के दिन 1950 से प्रभावी हुआ। यह विश्व में भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.कुलदीप चौधरी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. अरविंद वर्मा, डॉ. सीमा पुंडीर, डॉ. नरेश चौहान, डॉ. देशराज सिंह, मनीष, शफीक मौहम्मद, विनोद जोशी व अर्जुन सिंह आदि मौजूद रहे। छात्र- छात्राओं ने प्रतिज्ञा दोहराई

राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय जमनीपुर में प्रधानाध्यापक सुभाष वर्मा ने संविधान दिवस पर छात्र-छात्राओं को प्रतिज्ञा दोहराई। कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसे बनाने में 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन का समय लगा। प्रधानाध्यापक ने बताया कि भारतीय संविधान में नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं, जिसमें समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध न्याय का अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति और शिक्षा संबंधी अधिकार एवं संवैधानिक अधिकार सम्मिलित हैं। संविधान निर्माता को पुष्पाजंलि अर्पित

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई यमुना कॉलोनी डाकपत्थर में संविधान दिवस का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रधानाचार्य विजय बडोनी ने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने इस अवसर पर 26 नवंबर 2011 की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा कि यह दिन हमारे लिए खुशी के साथ साथ दुख के लिए भी जाना जाएगा, क्योंकि इसी दिन मुंबई में ताज होटल पर आतंकवादियों ने हमला कर कई निर्दोष लोगों की जानें ली। कार्यक्रम में सोमदेव, नरेश, प्राची, शिवानी, वंशिका, गार्गी, मोनिका, उत्तम आदि छात्र-छात्राओं ने भी संविधान दिवस पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अवधेश, तपेंद्र, कमलेश, दीपक, कालिका प्रसाद, ललित मोहन, अनिल, पंकज, चंदन, रणजीत, वीरपाल, हरीश थपलियाल, हरीश, फकीर, दिवाकर, मुकेश, कुसुम, सुषमा, मोहित, सुरेंद्र, सर्विन आदि मौजूद रहे।

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