ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से छात्र-छात्राओं को विमानों से सुरक्षित भेजा गया उनके घर
कोरोना संक्रमण के चलते ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से छात्र-छात्राओं को विमानों से उनके घर सुरक्षित भेजने का सिलसिला बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। खासतौर से बिहार के छात्र-छात्राओं को विमान सेवा से उनके घर भेजा गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण के चलते ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से छात्र-छात्राओं को विमानों से उनके घर सुरक्षित भेजने का सिलसिला बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। खासतौर से बिहार के छात्र-छात्राओं को विमान सेवा से उनके घर भेजा गया। शाम तक वे अपने घर सुरक्षित पहुंच गए।
कोविड की दूसरी लहर के चलते कई स्थानों पर लॉकडाउन होने और राज्य सरकार की ऑफलाइन कक्षाएं बंद करने की घोषणा के बाद ग्राफिक एरा ने यह कदम उठाया है। बुधवार को देहरादून से विमान सेवाओं के जरिये बिहार के 34 छात्र-छात्राओं को पटना भेजा गया। घर लौटने की खुशी और साथियों से एक बार फिर बिछड़ने के अहसास के मिले जुले भाव इन छात्र-छात्राओं के चेहरे पर नजर आ रहे थे। इससे पहले दो दिनों में आंध्र प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, वाराणसी और लखनऊ के छात्र-छात्राओं को हवाई मार्ग से उनके घर भेजा जा चुका है। ये सभी छात्र-छात्राएं ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हाल ही में वापस लौटे थे।
विश्वविद्यालय की अपने खर्च पर उन्हें घर तक भेजने की मुहिम से छात्र-छात्राएं बहुत खुश हैं। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की छात्र अदिति पाठक (पटना) ने कहा कि विश्वविद्यालय बहुत ही सुरक्षित तरीके से फ्लाइट से उन्हें घर भेज रहा है। अदिति ने कहा कि उनके पेरेंट्स कोरोना को लेकर बहुत चिंतित थे और यहां आकर साथ ले जाने की स्थिति में भी नहीं थे। ऐसे में ग्राफिक एरा ने खुद भेजने की पहल करके सबका दिल जीत लिया है।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन क्लास बंद करने के साथ ही छात्र-छात्राओं को हॉस्टल में रहने या अपने घर जाने का विकल्प दिया था। ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि छात्र-छात्राएं ग्राफिक एरा परिवार के सदस्य हैं। उनका भविष्य संवारने के हमारे प्रयास उनकी जिंदगी में कामयाबी और खुशियों के रंग घोलने की कवायद का हिस्सा हैं। उन्हें सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है।
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