चकराता और त्यूणी महाविद्यालयों में दूसरे दिन बढ़ी छात्र संख्या

चकराता कोरोना महामारी के चलते लंबे समय से बंद पड़े राजकीय महाविद्यालयों में कक्षाओं के संचलन के बाद दूसरे दिन छात्र संख्या बढ़ी। चकराता व त्यूणी कॉलेज में दूसरे दिन छात्र संख्या करीब 65 फीसद से अधिक रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 01:01 AM (IST)
चकराता और त्यूणी महाविद्यालयों में दूसरे दिन बढ़ी छात्र संख्या
चकराता और त्यूणी महाविद्यालयों में दूसरे दिन बढ़ी छात्र संख्या

संवाद सूत्र, चकराता: कोरोना महामारी के चलते लंबे समय से बंद पड़े राजकीय महाविद्यालयों में कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया। जौनसार-बावर के श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता और पंडित शिवराम राजकीय महाविद्यालय त्यूणी में दो दिन में छात्रसंख्या 65 फीसद से ज्यादा रही। महाविद्यालय प्रशासन ने कहा कि कक्षा संचालन को कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। इस दौरान चकराता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर केएल तलवाड़ ने पूर्व में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर प्रमाण पत्र व ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया।

महाविद्यालय में कक्षाओं के संचालन के बाद पहुंच रहे छात्र छात्राओं को थर्मल स्क्रीनिग के बाद प्रवेश दिया जा रहा है। चकराता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर तलवाड़ व त्यूणी महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अंजना श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोनाकाल में काफी समय बाद विद्यार्थियों के आने से महाविद्यालय में चहल-पहल रही। छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह नजर आया। इस दौरान राजकीय महाविद्यालय चकराता में मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. तलवाड़ ने कहा कि जनवरी में शीतकालीन अवकाश के समय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद के विचारों की उत्तराखंड राज्य के परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसमें प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों में निकिता चौहान ने पहला, श्वेता चौहान ने दूसरा व काजल राणा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। तीनों मेधावी छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा दस अन्य प्रतिभागियों को प्राचार्य ने स्पोर्टस टी-शर्ट देकर उनका हौसला बढ़ावा। प्राचार्य ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में सफलता से अधिक महत्व प्रतिभागी का होता है। इससे प्रतिभाओं में निखार आता है। इस मौके पर संयोजक डॉ. देशराज सिंह, डॉ. अरविद वर्मा, डॉ. सुनील कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कुलदीप चौधरी, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. सीमा पुंडीर, डॉ. जितेंद्र दिवाकर, डॉ. मीनाक्षी कश्यप, मंजू गौतम आदि मौजूद रहे।

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