Uttarakhand Politics: कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक पूरन फर्त्‍याल ने रखा पक्ष, पार्टी ने दी हिदायत

उत्‍तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ माह का समय शेष है। चुनाव से पहले मंत्री विधायकों की बयानबाजी से असहज महसूस कर रही भाजपा ने सख्‍त रुख अख्तियार कर लिया है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक पूरन फर्त्‍याल ने अपना पक्ष रखा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 09:32 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 09:32 PM (IST)
Uttarakhand Politics: कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक पूरन फर्त्‍याल ने रखा पक्ष, पार्टी ने दी हिदायत
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक पूरन फर्त्‍याल ने रखा पक्ष।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री, विधायकों की बयानबाजी से असहज महसूस कर रही भाजपा का रुख अब सख्त हो गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मंगलवार को कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत व लोहाघाट से विधायक पूरन फर्त्‍याल को अपने आवास पर बुलाकर बातचीत की। माना जा रहा कि मंत्री हरक सिंह व विधायक फर्त्‍याल ने अपने हालिया बयानों के संबंध में स्थिति स्पष्ट की कि उनके द्वारा किस परिप्रेक्ष्य में बातें कही गई थी। ये भी साफ किया कि उनके बयान पार्टी अथवा सरकार के विरुद्ध नहीं थे। बताते हैं कि इस दौरान भविष्य में गैरवाजिब बयानबाजी से बचने की हिदायत भी दी गई। हालांकि, मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और कैबिनेट मंत्री रावत ने इसे महज शिष्टाचार बताया। साथ ही कहा कि सबका यही लक्ष्य है कि वर्ष 2022 में एक बार फिर प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बने।

पार्टी नेताओं की बयानबाजी पर अंकुश लगाने के मद्देनजर हाल में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने सभी कार्यकर्त्‍ताओं को गैरवाजिब बयानबाजी से बचने की हिदायत दी थी। बावजूद इसके मंत्री, विधायकों की बयानबाजी थम नहीं रही। हाल में कुमाऊं क्षेत्र में मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री के भ्रमण के दौरान हुई बैठक में विधायक फर्त्‍याल ने खरी-खोटी सुनाई थी। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने हाल में बयान दिया था कि मंत्री के रूप में वह अपने साढ़े चार-साल के कार्यकाल से संतुष्ट नहीं हैं। उनके इस बयान के तमाम सियासी निहितार्थ निकाले जाने लगे थे। इस पर पार्टी ने इन दोनों मामलों का संज्ञान लिया था।

इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मंगलवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को फोन कर बातचीत के लिए नाश्ते पर बुलाया, लेकिन दोनों की व्यस्तता की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। फिर ये बात हुई कि लंच पर दोनों बैठेंगे, मगर तब कौशिक प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने चले गए। दोपहर बाद तीन बजे मंत्री हरक सिंह और विधायक फर्त्‍याल ने प्रदेश अध्यक्ष कौशिक के यमुना कालोनी स्थित आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की।

करीब ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कौशिक ने कहा कि यह सामान्य शिष्टाचार मुलाकात थी। इस दौरान आगामी कार्यक्रमों और चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। मंत्री, विधायकों से बातचीत सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जब कोई किसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है तो वह अधिकाधिक विकास कार्य कराना चाहता है। मंत्री हरक सिंह ने भी इसी परिप्रेक्ष्य में अपनी बात कही थी। उन्होंने कहा कि हरक सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। आगामी चुनाव में उनके अनुभव का पार्टी लाभ उठाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक फर्त्‍याल ने लोहाघाट क्षेत्र में आपदा में हुई क्षति के संबंध में बात रखी थी। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और लोहाघाट क्षेत्र में मशीनरी तेजी से सक्रिय हुई। फर्त्‍याल इस पर सरकार का आभार जता चुके हैं।

भाजपा कोई कहीं नहीं जा रहा

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने उनके पार्टी छोड़ने की अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश भी की। उन्होंने कहा कि इस तरह की चर्चा पूरी तरह निराधार है। वह खुद नहीं समझ पा रहे कि ये बात आखिर आ कहां से रही। उन्होंने कहा कि भाजपा से कोई कहीं जा रहा। हरक ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी के प्रति व्यक्तिगत रूप से टिप्पणी नहीं की। प्रदेश में स्वस्थ राजनीति होनी चाहिए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत का जिक्र करते हुए कहा कि यदि वह फोन करें तो क्या उसे रिसीव न करूं। उनका प्रयास यही होता है कि सबसे अच्छे ढंग से बात हो, फिर चाहे वह पक्ष का व्यक्ति हो या विपक्ष का।

यह भी पढ़ें:- मंत्री हरक और विधायक फर्त्याल के बयानों का भाजपा ने लिया संज्ञान, चुनाव से पहले किच-किच पर लगाई जाएगी लगाम

chat bot
आपका साथी