प्रताप रावत के दर्जाधारी राज्यमंत्री बनने से खुशी
चकराता लंबी जद्दोजहद के बाद शुक्रवार को सरकार ने 17 दर्जाधारी राज्य मंत्रियों की घोषणा की इनमें एप्पल फेडरेशन के निदेशक व वरिष्ठ भाजपा कार्यकत्र्ता प्रताप रावत के दर्जाधारी राज्यमंत्री बनने पर कार्यकत्र्ताओं ने खुशी का इजहार किया।
संवाद सूत्र, चकराता: लंबी जद्दोजहद के बाद शुक्रवार को सरकार ने 17 दर्जाधारी राज्य मंत्रियों के नामों की घोषणा की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जौनसार के वरिष्ठ भाजपा नेता प्रताप सिंह रावत को उत्तराखंड वन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाया है, जिससे जौनसार-बावर की चकराता विधानसभा सीट में दर्जाधारी राज्यमंत्री की संख्या बढ़कर दो हो गई। उनके दर्जाधारी राज्यमंत्री बनने पर स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुशी जताई, कहा इससे क्षेत्र में संगठन भी मजबूत होगा।
जौनसार-बावर के सीमांत कांडोई-भरम खत से जुड़े बुल्हाड़ गांव निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता प्रताप सिंह रावत को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। शुक्रवार को सरकार ने विभिन्न निगम, परिषद और समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सलाहकार के पद पर 17 पार्टी कार्यकत्र्ताओं को दर्जाधारी राज्यमंत्री बनाया। जौनसार के प्रताप रावत को वन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाने पर उनके पैतृक गांव बुल्हाड़ में लोग खुशी से झुम उठे। राज्य एप्पल फेडरेशन के निदेशक प्रताप रावत ने वर्ष 2007 में चकराता विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि वे चुनाव हार गए थे। वहीं वर्ष 2009 में राज्य बागवानी बोर्ड के सदस्य बने। उनके पिता स्व. नैन सिंह रावत वर्ष 1883 से 1988 तक चकराता के ब्लॉक प्रमुख भी रहे। जौनसार में संयुक्त परिवार की परपंरा के तहत इनके कुनबे की क्षेत्र में बड़ी पहचान है। 40 से अधिक सदस्यों वाले झमनाण परिवार में दर्जाधारी राज्यमंत्री बने प्रताप रावत के बड़े भाई आइआरएस रतन सिंह रावत आयकर आयुक्त हैं, जबकि उनके छोटे भाई विजय पाल सिंह रावत बुल्हाड़ के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे। प्रताप रावत के पुत्र अखिलेश सिंह रावत को केंद्र सरकार ने कुछ ही समय पहले केंद्रीय वन एवं पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वन प्रबंधन संस्थान सोसाइटी के बोर्ड आफ गर्वनर्स का सदस्य नामित किया। स्थानीय ग्रामीणों ने बुल्हाड़ में जौनसारी तांदी-नृत्य की प्रस्तुति से अपनी खुशी का इजहार किया।